World Water Day: पानी के लिए रोज 4 मील पैदल चलती हैं इंडियन लेडीज

नई दिल्ली. जल ही जीवन है, इसके बिना धरती पर जीवन संभव नहीं है। कम बारिश से देश-दुनिया के कई इलाकों में पीने के पानी का संकट है। देश में महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, बुंदेलखंड समेत कई हिस्से जल संकट से जूझ रहे हैं। यूएनओ ने 1992 में रियोडिजेनेरियो के इंटरनेशनल एन्वायरमेंट समिट में 22 मार्च को वर्ल्ड वाटर डे के रूप में मनाने का फैसला लिया था। आज वर्ल्ड वाटर डे (विश्व जल दिवस) के मौके पर dainikbhaskar.com आपको बता रहा है पानी से जुड़े इंटरेस्टिंग फैक्ट…   – आज भी एक भारतीय महिला पीने का पानी जुटाने के लिए रोजाना औसतन चार मील पैदल चलती है। – खराब पानी से होने वाली बीमारियों से दुनिया में हर साल 22 लाख मौतें होती हैं। बीते 50 साल में पानी के लिए 37 बड़े हत्याकांड हो चुके हैं। – धरती पर एक अरब 40 क्यूविक किलो लीटर पानी है, इसमें से 97.5 फीसदी समंदर है। बाकी बचा 1.5 % पानी बर्फ के रूप में जमा है।  – एक फीसदी ही नदी, तालाब, कुओं, झरनों और झीलों में पीने लायक है। इसके 60वें हिस्से की खपत खेती और कारखानों में होती है।  – धरती पर मौजूद पानी के एक फीसदी का 40वां हिस्सा ही हम पीने, खाना…

bhaskar