वित्तीय ढांचे को भी तोड़ना चाहते हैं मोदी: केजरीवाल

नई दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि केंद्र सरकार उनके हर काम में अड़ंगे डाल रही है और वह दिल्ली के वित्तीय और औद्योगिक ढांचे को भी ध्वस्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सभी साजिशों के बावजूद अपने वादों पर काम करती रहेगी।

दिल्ली के व्यापारियों और उद्यमियों के बिजनेस सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक-के-बाद-एक विवादों में उन्हें घसीटने की साजिश रच रहे हैं। कभी वैट कमिश्नर को हटा दिया जाता है, कभी डीएसआईआईडीसी पर केस दर्ज होते हैं और अब उनके दफ्तर पर सीबीआई की छापेमारी हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमें आपसे (केंद्र सरकार से) एक भी पैसा नहीं चाहिए। दिल्ली वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर है। आप सिर्फ फालतू दखलंदाजी बंद कर दें, हम हर काम आपसे बेहतर करके दिखाएंगे।’ अपने दफ्तर में सीबीआई छापे का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मोदी सिर्फ चुनावी हार से नहीं बौखलाएं हैं, बल्कि दिल्ली सरकार जिस तरह कम लागत में भी बेहतर काम कर रही है, उससे भी उन्हें चिढ़ है।’

उन्होंने कहा, ‘हमने ढाई लाख का पुल डेढ़ लाख में बनवाया। एक करोड़ का क्लिनिक 20 लाख में बनाकर दिखा दिया। अगर मोदी विकासपुरुष हैं तो ऐसा करके दिखाएं।’ सीबीआई छापे से क्षुब्ध दिख रहे मुख्यमंत्री ने कारोबारियों के साथ तय संवाद सत्र में भाग नहीं लिया। उनकी जगह उद्योग मंत्री ने सभी मसलों पर कारोबारियों के सवालों के जवाब दिए।

कारोबारियों को संबोधित करते हुए उद्योगमंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में वेयरहाउसिंग को कानूनी मंजूरी देने के लिए योजना पर काम कर रही है, लेकिन इसके लिए डीडीए की मंजूरी चाहिए जिसमें देरी हो सकती है। इसके अलावा भी औद्योगिक विकास के कई मुद्दों पर केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग नहीं मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द ये मंजूरियां ले ली जाएं। उद्योग मंत्री ने कहा कि हाल में अधिकारियों और एजेंसियों के खिलाफ केंद्र के इशारे पर दर्ज मामलों के बावजूद दिल्ली सरकार अपनी परियोजनाओं से पीछे नहीं हटेगी।

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