बैंक या कंपनी कर्मी ने की थी मुखबिरी?

प्रमुख संवाददाता, नोएडा

सेक्टर-63 स्थित रेडीमेड गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी के 29 लाख रुपये की लूट में नई जानकारी सामने आई है। कंपनी के डायरेक्टर इशप्रीत सिंह का कहना है कि कंपनी के कर्मचारी कैश लेने शनिवार को ही बैंक गए थ। उस दिन उन्हें बैंक से सिर्फ 13 लाख रुपये मिले। बाकी की रकम सोमवार को ले जाने की बात बैंक वालों ने कही थी। इससे पुलिस अंदाजा लगा रही है कि या तो बैंक के किसी कर्मचारी या कंपनी कर्मी ने यह खबर लीक की है। इस सूचना के बाद पुलिस बैंक कर्मचारियों के साथ वहां उस दौरान आने वाले संदिग्ध लोगों की भी पहचान कर रही है। इसके साथ ही पुलिस इलेक्ट्रॉनिक सर्वेलांस की भी इसमें मदद ले रही है।

पुलिस को सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से बदमाशों के कुछ सुराग मिले हैं। जांच के दौरान यह साफ हो गया है कि बदमाश बैंक के बाहर से ही कंपनी की गाड़ी का पीछा कर रहे थे। बदमाशों को यह भी अच्छी तरह पता था कि रुपये लेकर गाड़ी को कहां जाना है। इसी के चलते मौका नहीं मिल पाने पर बदमाशों ने कंपनी के ठीक सामने ही कैश लूट की वारदात को खुलेआम चौराहे पर अंजाम दिया।

सीसीटीवी की जांच में पुलिस को पता चला है कि बदमाशों को पहले से यह पता था कि कंपनी के कर्मचारी कैश लेने के लिए बैंक आने वाले थे। लिहाजा वह बैंक के बाहर खड़े होकर कंपनी कर्मचारियों की ईको वैन के आगे अपनी वैगनआर कार खड़ी करके उनके बैंक से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अकाउंट अफसर हरि नारायण और ड्राइवर राम के बैंक से बाहर निकलते समय बदमाशों से चूक हो गई। दोनों को वहां से निकलते समय वे देख नहीं पाए। ईको वैन से दोनों कर्मचारियों के चले जाने के बाद जाकर बदमाशों को इसका पता चला। इसके बाद वैगनआर से बदमाशों ने ईको वैन का पीछा करना शुरू किया। सीसीटीवी फुटेज में वैगनआर को काफी तेज स्पीड में पीछा करते देखा गया है।

सीओ सेकंड अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस को कुछ ठोस सुराग मिले हैं। वारदात को मुखबिरी के बाद ही अंजाम दिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

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