सरदार पटेल ने कहा था- चीन से हमे खतरा, लेकिन नेहरू ने नहीं दिया ध्यान

  नई दिल्ली। सरदार वल्लभ भाई पटेल या भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले इस नेता का भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है। वे आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे। 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में जन्में सरदार वल्लभ भाई पटेल का मानना था कि – 'यह हर एक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह यह अनुभव करे कि उसका देश स्वतंत्र है.. और इसकी स्वतंत्रता की रक्षा करना उसका कर्तव्य है। हर एक भारतीय को अब यह भूल जाना चाहिए कि वह एक राजपूत है, एक सिख है या जाट. उसे यह याद होना चाहिए कि वह एक भारतीय है और उसे इस देश में हर अधिकार है.. पर कुछ नैतिक जिम्मेदारियां भी हैं'।   सरदार पटेल ने चीन से पैदा खतरे के बारे में नेहरू जी को पहले ही चेताया था   लौहपुरुष सरदार पटेल ने नवंबर 1950 में पंडित जवाहरलाल नेहरू को पत्र लिखकर भारत के उत्तर में चीन के संभावित खतरे के बारे में आगाह किया था। लेकिन दुर्भाग्य से पंडित नेहरू ने इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और अंत में 1962 की चीन की लड़ाई के बारे में भारत बुरी तरह परास्त हुआ था। 1929, 1937 और 1945 में सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के प्रमुख…

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