‘सबसे बड़ी’ स्‍टडी ने बताया, मोबाइल के इस्‍तेमाल से हो सकता है कैंसर

लंदन
अगर आप अपना ज्‍यादा से ज्‍यादा वक्‍त मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए बिताते हैं तो आपको सचेत हो जाने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि मोबाइल फोन और इसकी वजह से सेहत पर पड़ने वाले असर को लेकर की गई एक विस्‍तृत स्‍टडी से पता चला है कि मोबाइल की वजह से कैंसर हो सकता है।

यह स्‍टडी अमेरिकी सरकार की तरफ से कराई गई है। मोबाइल का सेहत पर क्‍या प्रभाव पड़ता है, यह जानने के लिए नैशनल टॉक्सिकोलॉजी प्रोग्राम के शोधकताओं ने चूहों को वैसी रेडियो फ्रीक्‍वेंसिज से एक्‍सपोज कराया जो आमतौर पर मोबाइल फोन्‍स से निकलती हैं। इस एक्‍सपोजर के बाद चूहों के ब्रेन और हार्ट में दो तरह के ट्यूमर्स देखे जाने की कुछ घटनाएं सामने आईं। वहीं दूसरी तरफ, जिन चूहों को रेडियो फ्रीक्‍वेंसिज से एक्‍सपोज नहीं कराया गया, उनमें ट्यूमर्स नहीं देखे गए।

इस स्‍टडी के लिए दो साल के दौरान 2500 चूहों को रेडियो फ्रीक्‍वेंसिज से एक्‍सपोज कराया गया और उन पर होने वाले प्रभाव देखे गए। इस स्‍टडी के साथ जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया, ‘दुनियाभर में जिस तरह सभी उम्र समूहों के बीच व्‍यापक स्‍तर पर मोबाइल फोन्‍स का इस्‍तेमाल हो रहा है, उसे देखते हुए यह माना जा सकता है कि रेडियो फ्रीक्‍वेंसिज के प्रभाव से इस बीमारी के वाकयों में थोड़ी सी भी बढ़ोतरी होने पर आम लोगों की सेहत पर इसका व्‍यापक असर हो सकता है।’

मोबाइल फोन्‍स के इस्‍तेमाल और उससे सेहत पर पड़ने वाले असर को लेकर की गई अभी तक की यह सबसे बड़ी और गहरी स्‍टडी मानी जा रही है। कई सालों की इस स्‍टडी के दौरान अमेरिकी सरकार के 2 करोड़ 50 लाख डॉलर (करीब एक अरब 67 करोड़ रुपये) खर्च हो चुके हैं। नैशनल टॉक्सिकोलॉजी प्रोग्राम के पूर्व शोधकर्ता रॉन मेलनिक ने कहा, ‘जब लोग कहते हैं कि इससे (मोबाइल फोन के इस्‍तेमाल) कोई रिस्‍क नहीं है तो मुझे लगता है कि इस स्‍टडी के बाद इस तरह की बातों पर विराम लग जाएगा।’

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