रात में ‘बंद’ हो जाता है यूपी गेट

व्यवस्था पर एक नजर

40 सिग्नल खराब पड़े हैं पूरे गाजियाबाद में

18 ट्रैफिक सिग्नल ठप हैं टीएचए एरिया में

120 संवेदनशील पॉइंट हैं गाजियाबाद में

80 पॉइंट पर ही ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात

एनबीटी न्यूज, यूपी गेट

एनएच-24 को चौड़ा करने और मेरठ एक्सप्रेसवे का काम शुरू कर दिया गया लेकिन ठीक से प्लानिंग न होने से यूपी गेट पर हर रोज जाम लग रहा है। सुबह और शाम के पीक आवर्स में तो यह आम है लेकिन रात को समस्या और बढ़ जाती है। यहां ट्रैफिक सिग्नल खराब पड़ा है और दिन ढलते ही ट्रैफिक पुलिसकर्मी यहां से गायब हो जाते हैं इसके बाद मुसीबत और बढ़ जाती है। आधे-आधे घंटे तक यहां गाड़ियां टस से मस नहीं होतीं। दिल्ली से गाजियाबाद और कौशांबी से दिल्ली जाने वालों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है।

जाम के 5 कारण

1- यहां पतली हो जाती है सड़क

दिल्ली से 8 लेन रोड से ट्रैफिक यूपी गेट तक स्मूदली पहुंचता है, लेकिन यहां आकर गाड़ियां फंस जाती हैं। क्योंकि यूपी गेट के बाद सड़क मात्र 4 लेन की रह जाती है। ऐसे में गाड़ियों की स्पीड एकाएक कम हो जाती है और एक के पीछे एक की लाइन लग जाती है।

2-एक्सप्रेसवे का काम शुरू

एनएच-24 को चौड़ा करने व मेरठ एक्सप्रेसवे का काम शुरू कर दिया गया है, इसके लिए की गई बैरिकेडिंग से स्पेस और कम हो गया है। डायवर्जन को समझाने के लिए कर्मचारियों भी नहीं लगाया गया है। जिसका जहां से मन हो वहां से निकलने की कोशिश करता है।

3-मिट्टी से भरे डंपर भी लगा रहे जाम

यूपी गेट पर एक्सप्रेस-वे के निर्माण के चलते मिट्टी से भरे डंपर लगातार आते-जाते रहते हैं। जहां काम चल रहा है वहां बैरिकेडिंग की गई है, लेकिन एक साथ इतनी बड़ी संख्या में डंपरों की आवाजाही से भी जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। कई बार ये रॉन्ग साइड निकलते भी दिखते हैं।

4-ट्रैफिक सिग्नल खराब

यूपी गेट समेत लिंक रोड पर करीब आधा दर्जन तिराहों और चौराहों पर महीनों से ट्रैफिक सिग्नल खराब हैं। दिल्ली से निकलते ही लोगों को खराब ट्रैफिक सिग्नल का सामना करना पड़ता है। इससे यूपी गेट पर गाड़ियां फंस जाती हैं। सिटी में 40 तो टीएचए में करीब 18 पॉइंट पर सिग्नल ठप हैं।

5-रात को नहीं रहते ट्रैफिक पुलिसकर्मी

इस पॉइंट पर दिन में पीक आवर्स में तो पुलिस वाले खड़े नजर आते हैं, लेकिन रात 10:30 बजे के बाद चौराहे से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी हट जाती है। इसके अलावा रात को भारी वाहनों की एंट्री भी शुरू हो जाती है। ऐसे में ट्रैफिक का बोझ बढ़ने पर समस्या और बड़ी हो जाती है।

विभाग का तर्क

ट्रैफिक विभाग के अनुसार जिले में फोर्स का अभाव है। ट्रैफिक पुलिस ने पूरे शहर में ट्रैफिक के लिहाज से सबसे संवेदनशील 120 पॉइंट चिह्नित कर रखे हैं। पर इनमें से 80 पॉइंट पर ही पुलिस की ड्यूटी लग पाती है। टीएचए में इस तरह के पॉइंट की संख्या करीब 45 है।

क्या कहते हैं अधिकारी

टीएचए में खराब पड़े ट्रैफिक सिग्नलों को सही करने का काम शुरू हो चुका है। दो दिन पहले ही वसुंधरा चौराहे पर सिग्नलों को दुरुस्त किया गया है। जल्द ही यूपी गेट सहित अन्य स्थानों पर लगे सिग्नलों को सही किया जाएगा। जिले में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी होने के कारण रात 10 बजे तक ही ट्रैफिक कंट्रोल किया जाता है।

-राजेश कुमार, एसपी ट्रैफिक

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