तेज काम करने के लिए हो रही है हमारी आलोचना: जेटली

नई दिल्ली

बैंकिंग इंडस्ट्री के दिग्गज दीपक पारेख की निंदा का जवाब देते हुए फाइनैंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार ‘बहुत तेज’ रफ्तार से काम कर रही है। इस वजह से उसकी आलोचना की जा रही है। पारेख ने बुधवार को कहा था कि उद्यमियों का धीरज जवाब दे रहा है क्योंकि मोदी सरकार के पहले नौ महीनों में जमीनी स्तर पर बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।

जेटली ने सरकार के ई-बिज पोर्टल की लॉन्चिंग के मौके पर कहा, ‘हमें देखना होगा कि हमने कौन से कदम उठाए हैं और देश और विदेश के इनवेस्टर्स की हम पर नजर है। सरकार की साख क्या है? हमारे फैसले लेने की प्रक्रिया कितनी मजबूत है? सरकार बिजनेस के साथ किस प्रोसेस के जरिए काम कर रही है? इन बातों पर विचार करना होगा। यह दुखद है कि सुस्त सरकारों के बाद ऐसी सरकार आई है, जिसकी निंदा तेज रफ्तार से काम करने के लिए हो रही है।’

उन्होंने पारेख की टिप्पणियों का सीधा जिक्र नहीं किया, लेकिन कहा कि सरकार बिजनेस एक्टिविटी बढ़ाने के लिए ऑर्डिनेंस के जरिए कानूनी बदलाव कर रही है। जेटली ने कहा, ‘आप ऑर्डिनेंस क्यों लाते हैं, आप सभी के सहमत होने तक इंतजार करने के बाद फैसले कर सकते हैं। हकीकत यह है कि निंदा की वजह इंतजार न करना और तेजी से काम करना है।’

पावर एंड कोल मिनिस्टर पीयूष गोयल ने भी पारेख की निंदा को खारिज करते हुए कहा कि पारेख की अपनी ग्रुप कंपनियों एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर्स चढ़े हैं और स्टॉक मार्केट इकनॉमी में सुधार का ही संकेत देता है। गोयल का कहना था कि उन्हें नहीं पता कि पारेख ने ऐसे कॉमेंट्स व्यक्तिगत कारणों से किए हैं या नहीं।

जेटली ने यूपीए की पिछली सरकार में कामकाज के तरीके की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसे कई काम किए गए हैं। भारत को दो अलग सोच में बांटा नहीं जा सकता। बिजनेस के लिए एक रुख है और गरीबों के लिए दूसरा।’

28 फरवरी को बजट पेश करने जा रहे जेटली ने डुइंग ऑफ बिजनेस आसान बनाने, प्रोजेक्ट्स के लिए इन्वाइरनमेंटल क्लीयरेंस को जल्द देने और डोमेस्टिक और विदेशी इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने का वादा किया। उनका कहना था कि गरीबी की समस्या से निपटने का सबसे बेहतर तरीका बिजनेस और इंडस्ट्री को प्रोत्साहन देना है क्योंकि ये ज्यादा रेवेन्यू लाते हैं। इससे सरकार की समस्याओं से निपटने की क्षमता बढ़ती है।

उन्होंने कहा, ‘इतिहास ने हमें एक अनूठा मौका दिया है, जहां दुनिया इनवेस्टमेंट के साथ हमारी ओर देख रही है और मौजूदा सरकार बहुत सी प्रक्रियाओं में छूट देकर इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।’

Navbharat Times

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