EWS स्कैम: पूर्व एमएलए और सरकारी अफसर का भी रोल!

पंकज त्यागी, नई दिल्ली

प्राइवेट स्कूलों में ईडब्ल्यूएस कैटिगरी के तहत ऐडमिशन कराने के घोटाले में एक पूर्व एमएलए और एक सरकारी अफसर का नाम जांच में सामने आया है। घोटाले की मुख्य आरोपी पुनीता मक्कड़ ने इन दोनों के रोल के बारे में क्राइम ब्रांच को जानकारी दी है। शनिवार को पुलिस ने छह स्कूलों में रेड डाली।

इस घोटाले में सबसे बड़ी मास्टरमाइंड मानी जा रही पुनीता (40) ने शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट में सरेंडर करने के बाद रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच को कई चौंकाने वाली जानकारियां दी। पुनीता ने क्राइम ब्रांच को बताया कि घोटाला करने में उसे दिल्ली सरकार के एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक अफसर ने खासी मदद की थी। वह अफसर पुनीता को ईडब्ल्यूएस की ऐडमिशन पॉलिसी में लूपहोल्स बताया करता था।

अफसर पुनीता को यह सलाह भी देता था कि वह किन-किन तरीकों से ऐडमिशन करा सकती हैं। उस अफसर ने कई स्कूलों में पुनीता के संपर्क भी बनवाए, जिन्होंने इस घोटाले में उसकी मदद की थी। पुलिस इस अफसर को पूछताछ जॉइन करने के लिए नोटिस भेज सकती है।

पुनीता ने क्राइम ब्रांच को यह भी बताया कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली में एक पूर्व एमएलए इस घोटाले में उसके साथी रहे हैं। उनका बयान है कि वह एमएलए इस इलाके में स्थित एक प्रमुख स्कूल के मालिक हैं। पुनीता का यह भी कहना है कि उसने उन पूर्व एमएलए के स्कूल में कई ऐडमिशन कराए और बच्चों के पैरंट्स से मिली रकम में से पूर्व एमएलए को भी हिस्सा दिया था। पुलिस पूर्व एमएलए को भी पूछताछ में आने के लिए नोटिस दे सकती है।

शनिवार को क्राइम ब्रांच की कई टीमें तहकीकात के लिए स्कूलों में गई। उनके साथ पुनीता भी थीं। पुनीता को साथ लेकर क्राइम ब्रांच रोहिणी के सेक्टर 9 में स्थित जी.डी गोयनका स्कूल, रोहिणी के रेयान स्कूल, विकास भारती स्कूल, डीपीएस रोहिणी, वेंकटेश्वर स्कूल,रोहिणी-सेक्टर 14 और इसी सेक्टर में स्थित बाल भारती स्कूल में ले गई। दूसरा शनिवार होने से से यह सभी स्कूल बंद मिले। पुनीता पुलिस के साथी थीं।

उसने सब इंस्पेक्टर रीतेश कुमार और नीरज कुमार की इन टीमों को स्कूलों में अंदर जाकर स्कूलों के उन कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम बताए, जिनसे कथित तौर पर ऐडमिशन कराने में उनकी मिलीभगत थी। वह कर्मचारी तो स्कूलों में नहीं मिले, लेकिन पुनीता ने पुलिस को उनके हुलिए और स्कूलों में उनके बैठने की जगहों के बारे में बताया। पुनीता का दावा है कि वह ऐडमिशन के लिए इन कर्मचारियों को रकम देती थी।

पुनीता के पति प्रिंस उर्फ गुरदीप सिंह इस केस में फरार चल रहे हैं। उनकी बेटी काजल पहले ही इस केस में गिरफ्तार की जा चुकी हैं। पुलिस ने बताया कि काजल और गुरदीप सिंह इस घोटाले में पुनीता के साथ शामिल थे। यह परिवार रोहिणी के सेक्टर 15 में रहता था। इस घोटाले में अब तक पकड़े गए सभी रैकिट्स में पुनीता का रैकिट सबसे अहम बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि वह एक ऐडमिशन के लिए बच्चे के माता-पिता से दो लाख से 12 लाख रुपये तक लेती थीं। पुलिस को जानकारी मिली है कि पुनीता ने कारीब 80 ऐडमिशन कराए थे। उसने धौला कुआं स्थित स्प्रिंगडेल्स और मॉडर्न स्कूल बाराखंभा रोड में भी ऐडमिशन कराए थे।

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