सरकार समर्थन करे तो जीत सकती हूं ओलिंपिक मेडल: ज्वाला गुट्टा

हैदराबाद

अश्विनी पोनप्पा के साथ मिलकर कनाडा ओपन का खिताब जीतने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने बुधवार को सरकार से आग्रह किया कि वह अगले साल रियो में ओलिंपिक मेडल हासिल करने की कवायद में इस विशेषज्ञ डबल्स जोड़ी की मदद करे।

ज्वाला ने कालगरी से लौटने के बाद कहा, ‘टॉप खिलाड़ियों को जिस तरह के सहयोग की जरूरत होती है हमें भी उसकी जरूरत है। मेरा मानना है कि सिगल्स खिलाड़ियों को जो सुविधाएं मिल रही हैं यदि उसी तरह का सहयोग हमें भी मिलता है तो मैं और अश्विनी ओलिंपिक में मेडल जीत सकती हैं। यह बहुत अच्छा होगा। कम से कम अब तो उन लोगों को जाग जाना चाहिए जो इसके लिए जिम्मेदार हैं। मैं वास्तव में बहुत खुशी होऊंगी।’

उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानती कि वास्तव में क्या करना है। मुझे उम्मीद है कि वे कम से कम अब तो इस पर विचार कर रहे होंगे। खिलाड़ी होने के नाते मैं प्रैक्टिस कर सकती हूं। मैं केवल अपने खेल के बारे में सोच सकती हूं कि मुझे क्या सुधार करना है और मुझे किन कमियों को दूर करना है।’ ज्वाला ने कहा, ‘इसके बजाय यदि मैं दिल्ली जाऊं, वहां एक, दो या तीन दिन बिताकर उनके पीछे भागूं। ऐसा नहीं होना चाहिए। ओलिंपिक के लिये हम डबल्स में सबसे बड़े दावेदार हैं और हमें हर तरह का सहयोग मिलना चाहिए। कम से कम कनाडा ओपन के बाद मुझे उम्मीद है कि खेल मंत्रालय गौर करेगा और हमारा सहयोग करेगा। हमें इसकी जरूरत है।’

ज्वाला ने कहा कि बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए सरकार का सहयोग महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा, ‘सिगंल्स सहित कई खिलाड़ी यदि अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो इसका कारण सरकार से मिलने वाला सहयोग है। यदि सरकार उनकी मदद नहीं करे तो कई खिलाड़ियों को हार का सामना करना पड़ेगा। हम वास्तव में सरकार की मदद पर बहुत अधिक निर्भर हैं।’ ज्वाला ने कहा कि सरकार की तरफ से पर्याप्त सहयोग नहीं मिलने के कारण युवा खिलाड़ियों के लिए डबल्स से जुड़ना मुश्किल हो जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से सरकारी सहयोग के बिना खिलाड़ियों के लिए डबल्स में आना मुश्किल होगा। अश्विनी और मेरे बाद मुझे नहीं लगता कि कोई डबल्स में आ रहा है। आप इसे देख सकते हैं। मैंने मिक्स्ड डबल्स खेलना बंद कर दिया है और मिक्स्ड डबल्स में कोई परिणाम नहीं आ रहे हैं। मैं विश्व में नंबर छह पर थी। लोग मेरे बारे में और मेरे प्रदर्शन के बारे में बात करते हैं और मेरे करियर और उपलब्धियों पर सवाल उठाते हैं तो फिर मिश्रित युगल में अगली जोड़ी कहां है। कृपा करके मुझे बताएं। मैं जानना चाहती हूं।’

कनाडा ओपन में अपनी जीत के बारे में ज्वाला ने कहा, ‘मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं। यह मेरे लिए काफी मायने रखता है। ओलिंपिक वर्ष में खिताब जीतना आसान नहीं होता है। इससे बड़ी राहत मिली है।

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