चीन को पीछे छोड़ 7.4 होगी भारत की विकास दर, नोटबंदी से हुआ फायद: ADB
|एशियाई विकास बैंक (ADB) ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के 500 और 1,000 रुपए के नोट को चलन से हटाने के फैसले का मध्यम अवधि में अच्छा असर दिख सकता है। एडीबी ने कहा कि भारत की विकास दर चीन को पीछे छोड़ इस वित्त वर्ष बड़कर 7.4 प्रतिशत से होगी और अगले वित्त वर्ष 7.6 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।
ADB का प्रमुख आर्थिक प्रकाशन एशियाई विकास परिदृश्य में कहा गया है, ‘नोटबंदी का मध्यम अवधि में सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। नोटबंदी के साथ वस्तु एवं सेवा कर (GST) को लागू करने के साथ टैक्स का दायरा बढ़ेगा और टैक्स क्लेक्शन की प्रक्रिया में भी सुधार होगा।’
एशियाई विकास परिदृश्य के अनुसार, ‘लोगों द्वारा अपनी बचत बैंकों में जमा करने से बैंकों के पास सस्ती दर पर कर्ज देने के लिये अधिक कैश होगा। सकल कम जमा लागत से बैंक के लाभ में वृद्धि होनी चाहिए और आगे उनकी लोन क्षमता बढ़ी है।’
उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर को सरकार ने 500 और 1,000 रुपए के नोट को चलन से हटाने का फैसला किया था। रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि बड़ी राशि की करंसी को चलन से हटाने का मकसद भ्रष्टाचार, नकली नोट और आतंकवाद को वित्त पोषण पर लगाम लगाना है।
इसके अनुसार, ‘इस निर्णय से पूर्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ किए गए उपायों को बल मिला है जिसमें कालधन की घोषणा के लिए प्रोत्साहन हेतु टैक्स प्रोत्साहन, बैंक सूचना साझा करने के लिए अन्य देशों के साथ समझौता और दोहरा कराधान से बचाव के लिये संधियों पर फिर से बातचीत शामिल हैं।’
एडीबी ने कहा कि निर्णय का मकसद देश में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना, कर अनुपालन में सुधार और अतिरिक्त बचत को बैंकों में लाना भी है ताकि उसका सही उपयोग हो सके। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नए नोटों को चलन में आने से स्थिति में तेजी से सुधार की उम्मीद है।
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