कानपुर में गंगा में नाव पलटी, 9 की मौत

प्रवीण मोहता, कानपुर

चकेरी में गंगा के सिद्धनाथ घाट पर गुरुवार शाम गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रही नाव बीच धारा में पलट गई। हादसे में 9 लोगों की डूबकर मौत हो गई, जबकि एक को बचा लिया गया। डीएम कौशल राज शर्मा के अनुसार, नाविक तैरकर भाग निकला। सर्च ऑपरेशन 19 घंटे तक चला। सीएम अखिलेश यादव ने हर मृतक आश्रित को 1-1 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। 27 सितंबर तक विसर्जन के 11 पॉइंट्स के आगे लोगों का जाना रोक दिया गया है। यहां मैजिस्ट्रेट ड्यूटी करेंगे।

शिवकटरा की पद्मा गुप्ता के घर में राजेश अग्रवाल किराएदार हैं। गणेश चतुर्थी पर उन्होंने अपने घर में गणेश प्रतिमा स्थापित की थी। गुरुवार शाम 6 बजे सभी लोग नाचते-गाते विसर्जन के लिए पहुंचे। सिद्धनाथ पर एक छोटी नाव में सभी लोग मूर्ति के साथ सवार हुए। बीच धारा में प्रतिमा के विसर्जन की कोशिश करते ही नाव डिस्बैलेंस होकर पलट गई।

चीख-पुकार सुनते ही लोग उस ओर भागे, लेकिन तेज बहाव में किसी का पता नहीं चला। आसपास मौजूद गोताखोरों ने काफी देर बाद 3 लोगों को बाहर निकाला। बेहद गंभीर हालत में 2 को हैलेट हॉस्पिटल भेजा गया, जहां देर रात इनकी मौत हो गई। पीएसी की बटालियन और 30 गोताखोरों की मदद से पूरी रात सर्च ऑपरेशन चला, लेकिन नाकामी हाथ लगी। शुक्रवार सुबह घाट से 500 मीटर दूर नदी में करीब 40 फुट गहराई में 6 और शव मिले। आखिरी शव करीब 10 किलोमीटर आगे ड्योढ़ीघाट पर दोपहर 2 बजे मिला।

इसके पहले शवों को रखकर नाराज लोगों ने हैलेट हॉस्पिटल के बाहर जाम लगा दिया। लोगों की मांग थी कि पीड़ित परिवार को डीएम खुद आकर ठोस आश्वासन दें। करीब डेढ़ घंटे तक समझाने और सीएम के मुआवजे के ऐलान के बाद लोग हटे। डीएम के अनुसार, घाट पर विसर्जन के लिए तालाब बना था, लेकिन लोगों ने बात नहीं मानी। वे मेन घाट से 500 मीटर दूर चले गए थे। नाविक के खिलाफ एफआईआर लिखाई गई है।

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