अबॉर्शन न कराने पर जुडिशल मैजिस्ट्रेट के पति ने कर दी हत्या

कानपुर
कानपुर की जुडिशल मैजिस्ट्रेट प्रतिभा गौतम के आत्महत्या करने के कयास के बाद अब उनके मर्डर की बात सामने आई है। मर्डर की वजह हैरान करने वाली है। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि जुडिशल मैजिस्ट्रेट प्रतिभा के पति मनु उनका अबॉर्शन कराना चाहते थे, जिसके लिए वह राजी नहीं थीं। एसएसपी शलभ माथुर के अनुसार, शक और सबूतों के आधार पर उनके पति मनु अभिषेक को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, उन्होंने गुनाह नहीं कबूला है। पोस्टमॉर्टम में प्रतिभा के शरीर पर 16 चोटें मिली हैं। मौत गला घोंटने की वजह से हुई है।

प्रतिभा और मनु ने लव मैरिज की थी। प्रतिभा के परिवारवालों को रिश्ता मंजूर नहीं था। शादी के बाद से दंपती के बीच तनाव था। आरोप है कि एक-दो बार मनु ने प्रतिभा को उनके माता-पिता से भी मिलने से रोक दिया था। इस बीच प्रतिभा प्रेगनेंट हो गईं लेकिन मनु किसी भी हालत में बच्चा नहीं चाहते थे। उन्होंने प्रतिभा पर अबॉर्शन के लिए प्रेशर डाला, लेकिन वह नहीं मानीं। इस मामले पर दोनों के बीच कई बार तीखी बहस हुई। वॉट्स ऐप पर मनु ने प्रतिभा को गालियां देते हुए ‘देख लूंगा’, ‘मैं आता हूं’, ‘सब खत्म कर दूंगा’ जैसे मेसेज किए। पुलिस का दावा है कि रविवार सुबह कानपुर आने के बाद मनु ने पहले प्रतिभा की दोनों कलाइयों पर चाकू से वार किए। फिर गला घोंटा। इसके बाद खुदकुशी का रूप देने के लिए शव को पंखे से लटकाने की कोशिश की। फ्लैट से दूसरे घर के बीच पांच दीवार हैं, इसलिए आवाज बाहर नहीं गई। मनु ने अपने मोबाइल में वॉट्सऐप चैट डिलीट की, लेकिन उसे रिकवर कर लिया गया।

पेशे से वकील मनु रविवार रात तक दावा कर रहे थे कि जब वह पत्नी के सरकारी फ्लैट पर पहुंचे तो शव पंखे के सहारे फंदे से लटक रहा था। मनु का कहना था कि प्रतिभा ने खुदकुशी की है। लेकिन देर रात हुए पैनल पोस्टमॉर्टम में सारा राज खुल गया। देर रात ही परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए शव जालौन ले गए।

एसएसपी के अनुसार, मनु से पुलिस ने काफी सवाल किए, लेकिन उन्होंने एक भी जवाब ठीक से नहीं दिया। वह शातिरों की तरह कहते रहे, जेल भेज दो। कई सबूत सामने रखने के बावजूद टूटे नहीं। फिलहाल प्रतिभा के ससुर सुरेश चंद्र राजन की संलिप्तता का सबूत नहीं मिला है।

पुलिस को ऐसे हुआ शक:
अगर प्रतिभा ने खुदकुशी की थी तो मुंह से सलाइवा (लार) बाहर निकलना चाहिए था।
अगर खुद फांसी लगाई थी तो गले पर अंग्रेजी के अक्षर ‘V’ जैसा निशान बनना चाहिए था।
कोई अपनी दोनों कलाइयां कैसे काट सकता है।
जिस पंखे पर फांसी लगाने का दावा किया गया, उसके ब्लेड एकदम ठीक हैं। वह ठीक से चल रहा था।
प्रतिभा के शरीर पर सारी चोटें एंटीमॉर्टम (मरने के पहले) थीं।

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