ANALYSIS : इंदिरा की राह पर सोनिया, क्या इतिहास दोहरा पाएगी कांग्रेस?

रिसर्च डेस्क. लोगों का मानना है कि कांग्रेस अपनी अंतिम सांसें गिन रही है। लोग इससे ऊब भी चुके हैं। शीर्ष नेतृत्व से लेकर जमीनी स्तर तक, सारे नेताओं के खिलाफ लोगों में भारी नफरत का भाव है। लेकिन कांग्रेस का इतिहास अपनी राख से फिर जन्म लेने का रहा है, बिल्कुल फीनिक्स पक्षी की तरह। जानिए, क्या इतिहास दोहरा पाएगी कांग्रेस?   1977 हो या 2014 स्थिति एक जैसी तब : 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा कर दी। लेकिन जनता की बढ़ती नाराजगी के बाद 1977 में उन्होंने लोकसभा चुनाव कराने का फैसला लिया। इस दौरान विपक्ष मजबूत हो चुका था। जब नतीजे आए तो कांग्रेस को 153 सीटें मिलीं। 197 सीटों का नुकसान हुआ। कहा जाने लगा कि कांग्रेस खत्म हो जाएगी।   अब : 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस 10 साल सत्ता में थी। लेकिन मोदी लहर के आगे कांग्रेस बुरी तरह सिमट गई। अब तक के इतिहास में उसे सबसे कम 44 सीटें मिलीं। अब कांग्रेस के सामने अस्तित्व बचाने की चुनौती है।   वैसी ही चुनौतियां तब : इंदिरा 1977 के चुनाव के बाद पार्टी के प्रति जनता की खराब हुई धारणा बदलना चाहती…

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