कोहली-कुंबले में टकराव पर बाहर आई टीम मैनेजर की रिपोर्ट
|चैंपियंस ट्रोफी के तुरंत बाद अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा दे दिया। बीते एक साल से बेहतरीन प्रदर्शन कर रही कुंबले-कोहली की जोड़ी अचानक टूट कैसे गई? इस सवाल का जवाब हर क्रिकेटप्रेमी के मन में है? चैंपियंस ट्रोफी से पहले दोनों की जोड़ी शानदार काम कर रही थी और टीम इंडिया टेस्ट, वनडे या T20 हर मोर्चे पर सफल हो रही थी। लेकिन अचानक विराट ने अनिल कुंबले के साथ मनमुटाव के बात बताकर क्रिकेट प्रमियों को हैरान कर दिया। बाद में कुंबले ने इस्तीफा देकर अपनी राह अलग कर ली।
देखें: भारतीय क्रिकेट में पहले भी होते रहे हैं कोच-कप्तान विवाद
इस पूरे प्रकरण पर बीसीसीआई ने टीम के मैनेजर से अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा था। चैंपियंस ट्रोफी के दौरान टीम के मैनेजर कपिल मल्होत्रा थे, जिन्होंने हाल ही में इस पूरे दौरे पर अपनी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंप दी। इंडियाटुडे में प्रकाशित एक रिपोर्ट में मल्होत्रा द्वारा बीसीसीआई को सौंपी गई इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया गया है। मल्होत्रा ने इस रिपोर्ट में इस दौरे की सिलसिलेवार रिपोर्ट पेश की है।
पढ़ें: ‘बीते 6 महीने से बात नहीं कर रहे थे कोहली और कुंबले’
एक प्रोटोकॉल के तहत, टीम के मैनेजर को प्रत्येक घरेलू या विदेशी सीरीज के बाद अपनी रिपोर्ट बीसीसीआई को सौंपनी होती है। यह रिपोर्ट भी उसी प्रोटोकॉल का हिस्सा है। हालांकि कपिल मल्होत्रा ने इस रिपोर्ट में कैप्टन विराट कोहली और हेड कोच अनिल कुंबले के रिश्तों को लेकर बहुत ज्यादा कोई खुलासा नहीं किया है। लेकिन उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह साफ कर दिया है कि उन्होंने चैंपियंस ट्रोफी के दौरान कैप्टन और कोच के बीच ज्यादा बातचीत होती नहीं देखी। कपिल की इस रिपोर्ट में टीम इंडिया को इस दौरान मिली सुविधाओं और सुरक्षा की जानकारी भी दी गई है।
हालांकि अगल इस रिपोर्ट में कोहली-कुंबले की तकरार पर बात की जाए, तो इस रिपोर्ट में दोनों के बीच किसी झगड़े या मतभेद पर कुछ नहीं कहा गया है। रिपोर्ट में केवल इस बात जिक्र किया गया है कि कैप्टन और कोच में संवाद की कमी थी। दोनों के बीच बहुत सीमित संवाद हो रहा था, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों दिग्गजों के बीच दूरियां बढ़ चुकी थीं।
पढ़ें: सही से नहीं निपटाया कोहली-कुंबले विवाद: गांगुली
टीम मैनेजर ने अपनी रिपोर्ट में कैप्टन, टीम, कोच और सपॉर्टिंग स्टाफ के कामकाज पर अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि टीम के ड्रेसिंग रूम में एकरूपता थी। टीम के कोच अनिल कुंबले, संजय बांगड़, श्रीधर और धोनी-युवराज जैसे सीनियर खिलाड़ी युवा खिलाड़ियों को पूरी मदद कर रहे थे।मल्होत्रा ने बताया कि मैच से एक दिन पहले टीम चयन को लेकर हुई मीटिंग में टीम के दो सिलेक्टर एमएसके प्रसाद, देवांग गांधी, हेड कोच अनिल कुंबले, कैप्टन विराट कोहली और मैं (मैनेजर) मौजूद थे। टीम इंडिया के हर मैच के लिए टीम का चयन एकमत होकर किया गया था।
उन्होंने बताया, ‘जब दौरे की शुरुआत में कुंबले से मिला था, तो वे थोड़ा सा रिजर्व दिख रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नमेंट आगे बढ़ा मैंने उन्हें (कुंबले) सहज पाया। लेकिन मैं यह जरूर कहूंगा कि कोच और कैप्टन के बीच संवाद ज्यादा नहीं देखा, लेकिन मैंने इन दोनों के बीच किसी तरह के टकराव को भी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि टीम के सभी खिलाड़ियों ने इस टूर्नमेंट में अपना 100 प्रतिशत दिया और सभी ने बढ़िया खेल दिखाया।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
क्रिकेट समाचार, India vs England Cricket News in Hindi, Latest Cricket News – Navbharat Times