जीएसटी: कई बाजार बंद
|जीएसटी के वर्तमान स्वरूप के खिलाफ दिल्ली के थोक और अन्य बाजार आज बंद हैं। जीएसटी के खिलाफ आज कारोबारियों का विभिन्न इलाकों में धरना-प्रदर्शन भी जारी है। इसके बावजूद कनॉट प्लेस, चांदनी चौक मेन बाजार, कमला नगर, खान मार्केट आदि बाजारों ने इस बंद का समर्थन नहीं किया है। वहां आम दिनों की तरह आज भी कामकाज सामान्य नजर आया।
दिल्ली के कारोबारी लगातार आवाज उठा रहे हैं कि वे जीएसटी के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन उसका टैक्स सिस्टम कारोबार के अनुकूल नहीं है, दूसरे, जीएसटी के लागू होने से उनका पेपर वर्क बढ़ जाएगा। इसके विरोध में वे पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे थे। आज के बंद की घोषणा भारतीय उद्योग व्यापार मंडल और चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने की थी। इस बंद का असर सुबह पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों में देखा गया। पुरानी दिल्ली के कपड़ा बाजार, खारी बावली, नया बाजार, कश्मीरी गेट, मोरी के अलावा करोल बाग, टैंक रोड, गफ्फार मार्केट, यमुनापार स्थित गांधी नगर थोक बाजार में सुबह के वक्त दुकानें बंद नजर आईं। सदर बाजार में भी सुबह कई मार्केट बंद थी। वैसे यह बाजार तो बंद थे, लेकिन वहां कारोबारी और दुकानदार पहुंचना शुरू हो गए थे। सुबह कई बाजारों में दुकानदार धरना-प्रदर्शन और रैली भी निकालते नजर आए।
लेकिन दिल्ली के कई रिटेल बाजारों में बंद का कोई असर नजर नहीं आया। कनॉट प्लेस, चांदनी चौक मेन बाजार, कूंचा महाजनी, खान मार्केट, साउथ एक्सटेंशन, कमला नगर जैसे बड़े बाजार तो सुबह खुलते नजर आए, साथ ही राजौरी गार्डन, मॉडल टाउन, अशोक विहार आदि इलाकों के बाजारों में बंद का असर नहीं था। यहां के कारोबारियों का कहना था कि वह जीएसटी से पहले वैट के रूप में टैक्स अदा करते आ रहे थे। अब नए सिस्टम के हिसाब से उन्हें बदलना ही होगा। इन बाजारों के कारोबारी जीएसटी के रूप में एक राष्ट्र-एक टैक्स की अवधारणा से खासे खुश हैं। वैसे दिल्ली कांग्रेस ने आज के बंद का समर्थन किया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के अनुसार वह जीएसटी के विरोध में नहीं हैं, लेकिन उसकी अड़चनों के खिलाफ हैं।
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