छात्र विरोधी है मोदी सरकार: दिल्ली सरकार
|छात्रों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में हैं। दिल्ली सरकार ने इस मसले पर पुलिस के साथ- साथ केंद्र सरकार, बीजेपी व आरएसएस पर भी हमला बोला है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी व आरएसएस द्वारा पुलिस का इस्तेमाल प्राइवेट आर्मी की तरह किया जा रहा है। जो भी इनका विरोध करता है तो उन्हें सबक सिखाने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया जाता है।
Del pol being used by BJP/RSS as their pvt army to terrorize n teach lesson to anyone opposing BJP/RSS. I strongly condemn attck on students
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2016
सीएम ने छात्रों पर हुए अटैक की कड़ी निंदा की है। सीएम ने ट्वीट किया है कि दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल बीजेपी व आरएसएस अपने विरोधियों के खिलाफ कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि एफटीआईआई, रोहित मामला, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, आईआईटी और अब दिल्ली के छात्रों पर बर्बर हमला। ऐसा लगता है कि मोदी सरकार छात्रों के साथ युद्ध लड़ रही है।
FTII, Rohith case, Hyd Univ, IITs and now brutal attack on Del students. Modi govt seems to be at war with students all across
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2016
वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरे देश में ट्रेंड देखने में आ रहा है कि मोदी सरकार छात्रों का दमन कर रही है। छात्रों को पिटवाया जा रहा है। कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार छात्र विरोध रणनीति अपना रही है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने छात्रों पर लाठियां चलाई हैं, उन्हें तुंरत सस्पेंड किया जाना चाहिए। आश्चर्य की बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब युवा केंद्र सरकार से कोई सवाल पूछते हैं तो उन्हें पिटवाया जाता है।
पिटाई करने वालों में हमारे कार्यकर्ता नहीं: RSS
पुलिस के हाथों प्रदर्शनकारियों की पिटाई का विडियो वायरल होने के बाद आरएसएस ने सफाई देते हुए कहा है कि पिटाई करने वालों में उनके कार्यकर्ता शामिल नहीं थे। ऐसे आरोप लग रहे हैं कि दिल्ली पुलिस के साथ आरएसएस के कुछ कार्यकर्ता भी प्रदर्शनकारियों की पिटाई कर रहे थे। आरएसएस ने इन आरोपों को खारिज किया है।
वायरल हुए पिटाई वाले विडियो में पुलिस के साथ सादे कपड़ों में भी कुछ लोगों को स्टूडेंट्स की पिटाई करते हुए देखा गया था। आरएसएस की दिल्ली मीडिया यूनिट के प्रभारी राजीव टुली ने बताया कि उस वक्त वहां कोई भी आरएसएस का कार्यकर्ता नहीं था। अगर किसी को कुछ गड़बड़ लगता है तो उसके पास जांच का ऑप्शन है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने वही किया होगा, जो उन्हें उस वक्त सही लगा होगा।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।