सुशील कुमार बोले, कोच के लिए जीतना है ओलिंपिक में गोल्ड मेडल
|देश को दो बार रेसलिंग में ओलिंपिक मेडल दिलवाने वाले पहलवान सुशील कुमार गोल्ड मेडल जीतने की ख्वाहिश रखते हैं। सुशील के मुताबिक, उनके कोच व्लादिमीर मेस्टरविश्वली ऐसा चाहते हैं। सुशील ने कहा, ‘कोच कहते हैं कि तुमने सिल्वर और ब्रॉन्ज तो जीत लिए हैं। अब गोल्ड लाने को अपना लक्ष्य बना लो। यह उनका सपना है। मैं उन्हें संतुष्ट करने की पूरी कोशिश करूंगा।’
बता दें कि सुशील घुटने की चोट की वजह से लगभग दो सालों से कोई बड़ा टूर्नमेंट नहीं खेले हैं। अब वह वापसी को तैयार हैं। चोट के बारे में सुशील ने बताया कि अब वह ठीक हो रही है। इस साल एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स भी होने हैं। सुशील ने उनपर भी नजरें बनाई हुईं हैं।
सुशील कुमार ने 2010 और 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल (66 किलो भार) जीता था। पिछले CWG में भारत ने रेसलिंग में पांच गोल्ड मेडल जीते थे, यहां भारत बस कनाडा से पीछे था, जिन्होंने सात मेडल जीते थे।
अपने खर्चे पर कर रहे ट्रेनिंग
सुशील कुमार अलग से भारतीय रेसलिंग के पूर्व कोच व्लादिमीर मेस्टरविश्वली से ट्रेनिंग ले रहे हैं। ऐसे में असोसिएशन ऑफ इंडिया (WFI) उनकी किसी तरह से कोई आर्थिक सहायता नहीं करता। वर्ना उन्हें टारगेट ओलिंपिक पोडियम (TOP) के तहत ओलिंपिक की तैयारी करने के लिए हर महीने पचास हजार रुपए मिलते।
सुशील ने बताया कि वह वैसे तो सारा खर्च खुद ही उठा रहे हैं, लेकिन पूर्व हॉकी खिलाड़ी वीरन रासकिन्हा की एक एजेंसी, जिसका नाम ओलिंपिक गोल्ड क्वेस्ट है वह उनकी मदद कर रही है।
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