रूस ने उतारी खतरनाक ‘सबमरीन’, भेद सकती है 2500 किमी तक का टार्गेट

इंटरनेशनल डेस्क. रूस ने अब तक की अपनी सबसे खतरनाक ‘न्यूक्लियर’ सबमरीन समुद्र में उतार दी है। यह सबमरीन 1500 मील (तकरीबन 2500 किमी) के टार्गेट को भेद सकती है। यह रूस की ‘कजान’ न्यूक्लियर सबमरीन का फोर्थ वर्जन है, जिस पर 2009 से काम चल रहा था। बीते रविवार को इसे नॉर्दन रशिया के सेवेरोविंक्स शिपयार्ड से समुद्र में उतारा गया। इस मौके पर नेवी के सब-कमांडर कैप्टन अलेक्जांदर बेकेतोव भी मौजूद थे। इन खूबियों से है लैस…   – आमतौर पर सबमरीन समुद्र में करीब 250 से 350 मीटर तक की गहराई पर ही जाती हैं, लेकिन रूस की यह सबमरीन 600 मीटर की गहराई तक भी जा सकेगी। यानी की इसकी लोकेशन पता लगाना बहुत मुश्किल है।  – न्यूक्लियर सबमरीन में दो ही न्यूक्लियर रिएक्टर होते हैं, लेकिन इसमें एक ही रिएक्टर लगा हुआ है। इससे समुद्र के अंदर इसके चलने की आवाज भी बहुत कम होगी। – यह पनडुब्बी 70 से 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ सकती है। इसके अलावा आर्मी का हेड ऑफिस इसके बीचों-बीच बनाया गया है। जहां से जवान हर दिशा में नजर रख सकते हैं। – इसमें एक बार में 24 ‘ओनिक्स’ मिसाइल तैनात की जा सकती…

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