राजधानी दिल्ली में बंद बेअसर
|वामपंथी व अन्य राजनैतिक पार्टियों द्वारा नोटबंदी के खिलाफ आयोजित बंद का असर राजधानी में नजर नहीं आया। सुबह दिल्ली के अधिकतर बाजार खुले दिखते नजर आए। सिर्फ वह बाजार ही बंद नजर आए, जहां सोमवार को साप्ताहिक अवकाश होता है। राजधानी में सार्वजनिक परिवहन भी आम दिनों की तरह नजर आया और सुबह लोगों को किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा था।
वैसे इस बंद को लेकर कारोबारी संगठन पहले से ही घोषणा कर चुके थे कि वे अपने-अपने इलाकों के बाजार खुले रखेंगे। उनका कहना था कि केंद्र सरकार की नोटबंदी से उनके कारोबार में मंदी जरूर आई है, लेकिन देश के भविष्य के लिए नोटबंदी जरूरी है। उनका कहना है कि काले धन वालों पर इसका बुरा असर होगा, लेकिन कारोबार को नहीं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सुबह बताया कि उनके पास दिल्ली के अलावा अधिकतर राज्यों में बंद की कोई सूचना नहीं है और वहां कामकाज सामान्य दिख रहा है। दिल्ली के भी सभी बाजार खुले हुए हैं और खरीददार वहां आने शुरू हो गए हैं। उन्होंने बताया कि आज सिर्फ वह बाजार ही बंद हैं, जहां पर साप्ताहिक अवकाश रहता है। इनमें करोल बाग, टैँक रोड, कमला नगर, विकास मार्ग, गांधी नगर आदि बाजार शामिल है।
दूसरी ओर पुरानी दिल्ली में भी सुबह बंद का कोई असर नजर नहीं आ रहा था। दिन चढ़ते-चढ़ते दुकानें खुलना शुरू हो गई थी। कन्फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देवराज बवेजा के अनुसार पूरा बाजार सुबह खुलना शुरू हो गया था और वहां किसी को कोई समस्या नजर नहीं आ रही थी। खारी बावली के कारोबारी नेता, विजय गुप्ता व सुशील कुमार गोयल के अनुसार सुबह बाजार खुलना शुरू हो गया था। चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के महासचिव संजय भार्गव के अनुसार पूरे बाजार में बंद को लेकर कोई सुगबुगाहट तक नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार इसके अलावा कनॉट प्लेस, एसएन मार्केट, खान मार्केट, आईएनए के अलावा पुरानी दिल्ली की लाजपत राय मार्केट, भागीरथ पैलेस, नई सड़क, बल्लीमारान, फतेहपुरी, कश्मीरी गेट, नया बाजार, जामा मस्जिद, चितली कबर में भी सुबह बाजार खुलना शुरू हो गए थे।
दूसरी ओर राजधानी की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर भी बंद का कोई असर नजर नहीं आया। दिल्ली की आप सरकार लगातार नोटबंदी का विरोध तो कर रही है, लेकिन उसने बंद का समर्थन नहीं किया है। इसी के चलते डीटीसी की बसें और आटो टैक्सी सड़कों पर दिखी। आप की ट्रेड विंग ने इस बंद से अपने को अलग रखा है। वैसे राजधानी में नोटबंदी के विरोध में कुछ राजनैतिक पार्टियों ने जन आक्रोश दिवस मनाने का फैसला लिया है। प्रदेश कांग्रेस ने इस अवसर पर मंडी हाउस में शाम को रैली निकालने का निर्णय लिया है।
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