ये है गरीबी की परिभाषा और अलग-अलग तरह की गरीबी

आज जब आप धनतेरस मना रहे हैं, ठीक उसी वक्त दुनिया की एक अरब से ज्यादा आबादी दो जून रोटी के लिए संघर्ष कर रही है।

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