यमुना : इधर भी तो देखो सरकार

तरुण सिसोदिया
शुक्रवार शाम कश्मीरी गेट के नजदीक गीता घाट पर भव्य यमुना आरती करके दिल्ली सरकार ने यमुना को जल्द साफ रखने के वादे किए लेकिन सरकार के किसी भी नुमाइंदे की नजर घाट के नजदीक से गुजर रहे यमुना पुल नहीं पड़ी। यहां यमुना को गंदा करने के ‘इंतजाम’ चल रहे थे। ऐसा पहले भी हुआ है लेकिन इस पर किसी ने भी रोक लगाने की जरूरत नहीं समझी।

शास्त्री पार्क से लेकर कश्मीरी गेट तक यमुना पर बने पुल पर उस वक्त दिवाली पूजा की सामग्री के ढेर लग रहे थे जिस वक्त यमुना में महाआरती का आयोजन हो रहा था। महाआरती आयोजन में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, टूरिज्म मिनिस्टर कपिल मिश्रा समेत कई विधायक मौजूद थे।

यमुना पुल पर पूजा सामग्री के बड़े-बड़े ढेर लग रहे थे। लोग सामग्री डाल कर जा रहे थे लेकिन उन्होंने रोकने वाला कोई नहीं था। यमुना में पूजा सामग्री और कूड़ा डालने वालों पर एनजीटी ने पांच हजार रुपये तक जुर्माना लगाने को कहा था लेकिन अमल होता नहीं दिखाई दे रहा। दिवाली की पूजा सामग्री डालने से कुछ दिन पहले लोगों ने यहां नवरात्र की पूजा सामग्री डालकर ढेर लगा दिए थे। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल होने की वजह से नवरात्र की पूजा सामग्री उठी नहीं थी कि दिवाली की पूजा सामग्री के ढेर लगने लगे। सरकार द्वारा यमुना आरती के आयोजन स्थल गीता घाट और पुल के बीच दूरी बेहद कम है। बावजूद इसके पुल की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। आप सरकार और उसके मंत्री आयोजन को सफल बनाने में मग्न दिखाई दे रहे थे। सरकार के इस आयोजन की वाहवाही सोशल साइट्स पर भी खूब हुई।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

दिल्ली समाचार, खबर, हिन्दी Political News Delhi