मैनेजर ने किए सीईओ के फर्जी दस्तखत

एस, ग्रेनो : यमुना अथॉरिटी के सीईओ के फर्जी साइन कर अलॉटमेंट लेटर जारी करने के मामले प्रॉपर्टी विभाग में तैनात मैनेजर को दोषी पाया गया है। मैनेजर ग्रेनो अथॉरिटी का एंप्लाई है और यमुना अथॉरिटी में डेपुटेशन पर तैनात है। लिहाजा यमुना अथॉरिटी ने ग्रेनो अथॉरिटी से कार्रवाई करने को कहा है। इस मामले में यमुना अथॉरिटी की ओर से कासना कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी कमिटी बनाई गई थी। इसमें कुछ लोगों को इंस्टिट्यूशनल प्लॉट अलॉट कर दिए गए थे। मामले की जांच यमुना अथॉरिटी के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया कर रहे थे।

सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जांच पूरी हो गई है। मैनेजर समेत कुछ अधिकारियों पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीईओ दीपक अग्रवाल ने बताया कि यमुना अथॉरिटी के सीईओ की ओर से भेजा गया लेटर मिल गया है। एसीईओ जनार्दन को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

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