भारत-चीन के बीच 22 अरब डॉलर के समझौते, मोदी ने कहा, ‘मेक इन इंडिया’

शंघाई

चीन यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शंघाई के दौरे पर हैं। पीएम ने आज वहां चीन के टॉप 22 सीईओ से मुलाकात की। आज भारत और चीनी कंपनियों के बीच 22 अरब डॉलर के 21 बिजनस समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान पीएम मोदी ने चीनी बिजनसमैन से मेक इन इंडिया में निवेश की अपील की।

पीएम ने चीनी इंडस्ट्री के दिग्गजों से कहा, मैं यहां आपसे कहने आया हूं कि भारत में निर्माण कीजिए। मोदी ने साथ ही ‘5F’ फॉर्मूला की भी चर्चा की, जिनमें-फार्म (कृषि) , फाइबर, फैब्रिक, फैशन, फॉरेन शामिल हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत चीनी इंडस्ट्री के लिए ऐतिहासिक अवसर उबलब्ध कराता है। पीएम ने कहा, ‘हम मैन्युफैक्चरिंग को अपने देश के युवाओं के लिए नौकरी के अवसर बनाने के लिए बड़े तरीके से प्रमोट करना चाहते हैं, जोकि हमारे देश की जनसंख्या का 65 फीसदी हैं।’ पीएम ने कहा कि सरकार लगातार बिजनस माहौल को सुधारने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हम भारत में बिजनस करने को आसान बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।’

पीएम ने कहा, ‘हमारी सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में आपको पहले से ही जानकारी होगी। हम बिजनस माहौल में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एक बार आप भारत में आने का निर्णय करेंगे तो हम आपको और भी ज्यादा सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश करेंगे।’

बाद में भारत-चीन बिजनस फोरम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, आप दुनिया की फैक्ट्री हैं। हम दुनिया के बैक ऑफिस हैं। हम साथ मिलकर हमारे लोगों के लिए उन्नति और समृद्धि ला सकते हैं।

पीएम मोदी ने कहा, ‘आपको भारत में बदलाव की बयान को महसूस करना चाहिए। मैं सिर्फ आपको सलाह देता हूं कि आइए और इसे महसूस कीजिए। मैं आपको सफलता के लिए आवश्स्त करता हूं।’ उन्होंने कहा, भारत-चीन साझेदारी फलेगी-फूलेगी।’ इस इवेंट में 39 भारतीय बिजनसमैन भी शामिल थे।


शंघाई में चीनी बिजनसमैन के साथ बैठक के दौरान अलीबाबा के जैक मा के साथ पीएम मोदी

पोडियम के पृष्ठभूमि में मेक इन इंडिया के लोगो के साथ पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत और चीन दो प्राचीन सभ्यताएं हैं। मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि यह सदी एशिया की है और बौद्ध धर्म एशियार्ई देशों को आपस में जोड़ने की शक्ति के रूप में काम करेगा।’

फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने चीन के विकास में भारत के योगदान का जिक्र किया और कहा कि कैसे दोनों देश एकदूसरे के विकास में योगदान दे सकते हैं। पीएम ने कहा, ‘भारत और चीन के बीच बहुत समानता है और हम साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं।’

पीएम ने कहा, भारत हमेशा से ज्ञानवान समाज रहा है और आप हमेशा से नई सोच वाले समाज रहे हैं। भारत के शून्य और नौ ग्रह की अवधारणा चीन में खोजों में सहायक रहे हैं। इसलिए हमारे विचारों की आपकी नई सोचों में एक भूमिका थी।’ पीएम ने कहा, ‘जैसे हमने एकदूसरे के आध्यत्मिक विकास में सहयोग किया, वैसे ही हमें एकदूसरे को आर्थिक विकास में मदद करनी है।’

चीनी टॉप बिजनसमैन में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के सीईओ जैक मा भी शामिल थे। मा ने पीएम मोदी से कहा, ‘हम भारत को लेकर उत्साहित हैं। हम मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया को लेकर उत्साहित हैं।’ फोन मेकर श्याओमी के प्रेजिडेंट लिन बिन ने कहा, हमारे पास भारत को लेकर कुछ बड़ी योजनाएं हैं, ‘हम मेक इन इंडिया का पूरा समर्थन करते हैं।’


पीएम मोदी ने शंघाई में शनिवार को चीन के टॉप-22 सीईओ से मुलाकात की

पीएम मोदी की तीन दिवसीय चीन यात्रा में प्रमुख जोर व्यापार है। पीएम शुक्रवार शाम को पेइचिंग से शंघाई पहुंचे। शुक्रवार को उन्होंने चीनी प्रीमियर ली से मुलाकात की थी। व्यापार असंतुलन के मुद्दे को दोनों देशों की बातचीत में प्रमुख अजेंडे के तौर पर चिन्हित किया गया है। भारत और चीन के बीच व्यापार घाटा 2014 में 34 फीसदी बढ़कर 48.43 अरब डॉलर हो दया जोकि पिछले वित्त वर्ष में 36.21 अरब डॉलर था।

आईसीआईसीआई की चंदा कोचर और भारती एयरटेल के रंजन भारती जैसे टॉप भारतीय सीईओ ने बढ़ते हुए व्यापार घाटे को बड़ी चिंता का कारण बताया है। मित्तल ने कहा, ‘व्यापार घाटे को नियंत्रित करने की जरूरत है…टास्क फोर्स को इस पर काम करने की जरूररत है क्योंकि फासला बड़ा है।’

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