बनारस में गंदगी देख भड़के योगी के मंत्री, 9 को किया सस्पेंड

विकास पाठक, वाराणसी
यूपी सरकार के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना शनिवार को बनारस में ऐक्शन में दिखे। शहर में सफाई व्यवस्था ठीक न होने पर नगर निगम के जोनल अधिकारी समेत नौ कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। दूषित पेयजल आपूर्ति पर जल संस्थान के महाप्रबंधक की जिममेदारी तय कर कार्रवाई करने का निर्देश और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए अधिकारियों को अंतिम चेतावनी दी।

पांचवीं बार बनारस दौरे आए नगर विकास मंत्री ने सबसे पहले मलदहिया में डस्टबीन का वितरण करने के साथ ‘स्वच्छ काशी-सुंदर काशी’ मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। महमूरगंज इलाके में सफाई अभियान का हाल जानने निकले तो स्थिति देख दंग रह गए। पीएमओ के अडिशनल सेक्रटरी समीर शर्मा की मौजूदगी में वाराणसी मंडल के कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण, डीएम योगेश्वर राम समेत नगर निगम, जल निगम,जल संस्थान व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक में वे जमकर बरसे।

समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सुरेश खन्ना ने बताया कि नगवां, तुलसीपुर, मोतीझील, बड़ी पटिया आदि वार्ड मे निरीक्षण के दौरान कई दिनों से कूड़ा न उठने की शिकायत मिली। मौके पर कूड़े के ढेर मिले जिसके सड़ने से दुर्गंध आ रही थी। बोले, यह स्थिति तब है जब पूरे प्रदेश में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में नगर निगम के भेलूपुर जोन के अधिकारी अतुल यादव, सफाई इंस्पेक्टर राजन सिंह यादव व नृपेंद्र सिंह, सुपरवाइजर राजकुमार व संतोष के अलावा सफाई कर्मचारी लक्ष्मी, आजाद, ओंकार व वीरेंद्र के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। जल संस्थान महाप्रबंध के विरूद्ध कार्रवाई नगर विकास के प्रमुख सचिव तय करेंगे।

जल निगम के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगली बार सड़कें खोदकर छोड़ देने की शिकायत मिली तो कार्रवाई तय है। बताया कि एक अक्टूबर से गड्ढामुक्त अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा। तालाबों से अतिक्रमण हटाने के सवाल पर बोले, नगर आयुक्त को इस बारे में निर्देश दे दिए गए हैं।

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