बजाज और कावासाकी का भारत में गठजोड़ खत्म

केतन ठक्कर, मुंबई
कावासाकी और बजाज अब अलग हो रही हैं। दोनों कंपनियों ने बिक्री खत्म करने का फैसला किया है। बिक्री खत्म होने के बाद 1 अप्रैल से देश में दोनों कंपनियों की गठजोड़ भी खत्म हो जाएगी। नतीजतन 1 अप्रैल से कावासाकी मोटरसाइकलों को इंडिया कावासाकी मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड (जापान की कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज की 100 प्रतिशत सब्सिडियरी) बेचेगी और ऐफ्टर सेल सर्विस भी मुहैया कराएगी। कावासाकी ने इंडिया कावासाकी मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना अपने डीलर नेटवर्क के जरिए जुलाई 2010 में की थी।

बजाज और कावासाकी भारत के बाहर अपने को-ऑपरेटिव रिलेशनशिप को जारी रखेंगे। बजाज ऑटो ने 2009 में अपने प्रोबाइकिंग डिविजन नेटवर्क के जरिए कावासाकी मोटरसाइकलों के सेल और ऐफ्टर सेल सर्विस के लिए कावासाकी से समझौता किया था। बजाज ऑटो के प्रोबाइकिंग डिविजन के अध्यक्ष अमित नंदी ने कहा, ‘हमने अपने प्रोबाइकिंग नेटवर्क को कामयाबी से केटीएम डीलरशीप में बदला।’

बजाज-केटीएम पार्टनरशिप ने 2012 में साझा विकसित किए गए पहले प्रॉडक्ट 200 ड्यूक को लॉन्च किया था। पिछले 5 सालों से ज्यादा समय से केटीएम ने 48% CAGR (कंपाउंड ऐनुअल ग्रोथ रेट) हासिल किया है और इस वित्त वर्ष में 3,700 यूनिट्स के बिक्री का अनुमान है। अभी भारत में ड्यूक और आरसी मॉडल 300 से ज्यादा केटीएम डीलरशिप के जरिए 5 मॉडलों में उपलब्ध हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि आगे चलकर बजाज केटीएम ब्रैंड पर फोकस करने के बारे में सोच रही है।

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