बजट के बाद !

  अमित शाह भाजपा के अध्यक्ष भी बन लिए और अमित शाह ने किन्तु-परंतु टाइप की आलोचनाएं भी सुन लीं। अब जवाब अमित शाह को देना है, और लेटेस्ट कानाफूसी यह है कि अमित शाह अपना जवाब बजट के बाद दे सकते हैं। प्रधानमंत्री ने सभी विभागों के सचिवों की बैठक बुलाकर अंदाज लगा लिया है कि कौन-सा मंत्रालय कैसा काम कर रहा है। उधर पार्टी में किसका काम कैसा है, यह अंदाज अमित शाह लगा चुके हैं। सूचियां अदला-बदली होते ही लोगों की अदला-बदली भी हो सकती है। सरकार से पार्टी में, पार्टी से सरकार में। कुछ भूमिका संघ की भी बढ़ सकती है।   फिर कभी खिलाएंगे  एक और अदला-बदली बताएं। 24 जनवरी को एक मंत्री जी ने भोज का कार्यक्रम रखा था। तमाम लोगों को न्यौता था और बहुत आग्रहपूर्वक था। लेकिन वास्तव में उसी समय अमित शाह की ताजपोशी हो रही थी। लिहाजा भोज फिर कभी के लिए स्थगित हो गया।   अदला-बदली का खेल  एक और अदला-बदली संबंधी बात। एक विदेशी समाचार एजेंसी ने खबर चलाई कि बजट के बाद अरुण जेटली से वित्त मंत्रालय लिया जा रहा है और पीयूष गोयल को दिया जा रहा है। खबर भी उस समय, जब अरुण जेटली डावोस में…

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