पीएनबी 6,500 करोड़ रुपये मूल्य के गारंटी पत्रों का सम्मान करेगा

नई दिल्ली
पंजाब नैशनल बैंक ने 6,500 करोड़ रुपये मूल्य के गारंटी पत्रों (एलओयू) का सम्मान करने का आज फैसला किया। इन गारंटी पत्रों को बैंक अधिकारियों के साथ साठगांठ कर धोखाधड़ी के जरिए नीरव मोदी और उसकी कंपनियों के पक्ष में जारी किया गया। अन्य बैंकों को जारी गारंटी पत्र के तहत भुगतान बाध्यताओं को लेकर भ्रम की स्थिति दूर करते हुए पीएनबी ने यह भी आश्वास्त किया कि वह बैंक की तरफ से जारी परिपक्व हो रहे सभी एलओयू तथा एफएलसी (फॉरन लेटर्स ऑफ क्रेडिट) का सम्मान करेगा।

पीएनबी ने एक बयान में कहा कि 31 मार्च 2018 या उससे पहले परिपक्व हो रहे बैंक द्वारा जारी गारंटी पत्र तथा एफएलसी से संबंधित भुगतान के बारे में निदेशक मंडल की बैठक में फैसला किया गया। इसमें कहा गया है, ‘इससे धोखाधड़ी से जुड़े सात बैंकों को जारी 6,500 करोड़ रुपये मूल्य के एलओयू का निपटान किया जाएगा… ।’

नीरव का करीबी गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बताया कि उसने पीएनबी बैंक घोटाले के सिलसिले में 5,900 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में कथित मदद के लिए हीरा व्यापारी नीरव मोदी की एक फर्म के उपाध्यक्ष और उनके ‘करीबी’ सहयोगी को गिरफ्तार किया है। ईडी ने एक बयान में बताया कि फायरस्टार ग्रुप के उपाध्यक्ष श्याम सुंदर वाधवा को कल रात धन शोधन रोकथाम कानून के तहत मुंबई में गिरफ्तार किया गया।

बयान में बताया गया है कि पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट वाधवा को आज मुंबई में एक विशेष धन शोधन अदालत ने सात दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उसे नीरव का ‘करीबी विश्वासपात्र’ बताया है। एक अधिकारी ने कहा, ‘वह नीरव के करीबी संपर्क में है और वह नीरव के इशारे पर उसकी मदद के लिए धन शोधन में भी शामिल है।’ इस मामले में यह ईडी की पहली गिरफ्तारी है।

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