पाकिस्तान के इस गांव में घर-घर में बनते हैं डेंजरस हथियार, देखें PHOTOS

इंटरनेशनल डेस्क।  एेसी कोई गन नहीं, जो पाकिस्तान के दारा अदम खेल गांव में न मिलती हो। ये गांव खैबर पखतून्ख्वा सूबे में है, जिसकी इकोनॉमी अवैध हथियार बनाने पर ही निर्भर (डिपेंड) है। एंटी-एयरक्राफ्ट से लेकर पेन गन तक…   – यहां हथियार बनाने वाले इतने शातिर हैं कि वे एंटी-एयरक्राफ्ट से लेकर पेन गन तक बनाते हैं।  – हथियारों को बेचने वालों का कहना है कि वर्ल्ड में एेसा कोई हथियार नहीं, जिसे हम न बना सकें।  – उनका कहना है कि अगर हमें स्टिंगर मिसाइल भी दे दी जाए, तो हम उसको एेसा बना देंगे कि असली-नकली में फर्क करना मुश्किल हो जाएगा।  – कहा जाता है कि ये लोग उस हथियार को भी महज 10 दिनों में बना देंगे, जो इन्होंने कभी देखा भी नहीं होगा।  – एक बार हथियार की पहली कॉपी बन जाए तो दूसरा बनने में केवल 2-3 दिन लगते हैं।  – इनके टूल्स भले ही बहुत पुराने हों, लेकिन इनसे बनने वाले हथियार सटीक होते हैं। – ओरिजनल हथियार का सीरियल नंबर तक इन अवैध हथियारों पर डाला जाता है।     हथियारों के चलने की गारंटी नहीं   –  हालांकि, ये हथियार ओरिजनल हथियारों की तरह ही चलेंगे, इसकी…

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