नॉर्थ एमसीडी: आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपया!

रामेश्वर दयाल, नई दिल्ली

राजधानी के एक तिहाई हिस्से पर राज करने वाली नॉर्थ एमसीडी की माली हालत का हाल यह है कि वह अपने बजट का 20 प्रतिशत हिस्सा ही कमा पाती है और बजट का बाकी 80 प्रतिशत राजस्व के लिए उसे कर्ज, केंद्र और दिल्ली सरकार के अनुदान पर निर्भर रहना पड़ता है। है। अब अपनी माली हालत को सुधारने के लिए उसने बड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है, जिसमें अपनी जमीन को बेचने से लेकर पार्किंग स्थलों पर फूड कोर्ट और बैंक्विट हाल को किराए पर देना तक शामिल है।

एमसीडी सूत्रों के अनुसार सिस्टम को चलाने के लिए उसका सालाना बजट 4660 करोड़ रुपये है। एमसीडी दावा करती हे कि इसके लिए आधी से अधिक राशि प्रॉपर्टी टैक्स के अलावा अपने स्रोतों से प्राप्त कर लेगी, लेकिन हर साल ऐसा नही हो पाता। सूत्र बताते हैं कि इस बजट में से मात्र 20 प्रतिशत धनराशि ही वह अपनी तरफ से जुटा पाती है और बाकी 80 प्रतिशत धनराशि पाने के लिए उसे कर्ज लेना पड़ता है, सरकार से अनुदान मांगना पड़ता है उस धनराशि से काम चलाना पड़ता है। जो उसे केंद्र सरकार से उसके हिस्से के रूप में मिलता है। अब वित्तीय संकट से निपटने के लिए नॉर्थ एमसीडी ने कई बड़े निर्णय लिए हैं, जिनमें अपनी जमीनों को बेचने के अलावा पार्किंग स्थलों पर कैफेटेरिया, बैंक्विट हॉल को किराए पर देना शामिल है।

एमसीडी का मॉडल टाउन में एक बड़ा पार्किंग स्थल है। तीन मंजिला इस साइट का ऊपरी हिस्सा ओपन है। नॉर्थ एमसीडी ने करीब 1800 मीटर इस स्पेस को ओपन फूड कोर्ट/कैफेटेरिया के लिए किराए पर देने का निर्णय लिया है। यह प्रस्ताव आज स्थायी समिति की बैठक में आ रहा है। इस स्पेस को न्यूनतम 6.80 लाख रुपये प्रतिमाह के आधार पर दिया जाएगा। बैठक में आसफ अली रोड स्थित शहनाई बैंक्विट हॉल को हर माह 7.30 लाख रुपये लीज पर भी देने का प्रस्ताव लाया जा रहा है। इसी तरह नॉर्थ एमसीडी ने अपनी आय बढ़ाने के लिए मुख्यालय सिविक सेंटर के सी ब्लॉक को भी इनकम टैक्स विभाग को किराए पर देने का निर्णय लिया है। इससे उसे हर साल 88 करोड़ रुपये मिलेंगे।

इतना ही नहीं आगामी दिनों में राजस्व बढ़ाने के लिए और भी कई निर्णय लिए जा रहे हैं। इसके लिए अधिकारी प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। इनमें एमसीडी अपनी रिहायशी कॉलोनियों व अन्य जमीनों का कमर्शल यूज करेगा। इस मद से उसे हर साल करीब 2 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। इसी तरह उसने रानी बाग व पीतमपुरा स्थित शिवा मार्केट के दो प्लॉट को बेचने का निर्णय लिया है। वहां कार पार्किंग और कमर्शल स्पेस बनेगा। इस मद में उसे करीब 150 करोड़ रुपये की आमदनी होगी। इसी कड़ी में पुरानी लाजपत राय मार्केट को फीहोल्ड करने के लिए जल्द प्रस्ताव लाया जा रहा है।

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