धोनी और युवी से आजाद होकर खेलना सीखा: रैना
|एडिलेड। सुरेश रैना उन चार खिलाडियों में से एक हैं जो 2011 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य हैं और इस बार भी टीम इंडिया में जगह बनाने में सफल रहे। युवराज सिंह के टीम में न होने के कारण मिडिल ऑर्डरकी जिम्मेदारी उन्हीं पर है। इस बारे में रैना कहते हैं कि, पिछले वर्ल्ड कप में हमारी मीटिंग का नेतृत्व सचिन तेंदुलकर के हाथों में होता था। मैंने गैरी कर्स्टन और युवराज सिंह के साथ काफी समय बिताया था। मैंने युवी और धोनी से आजाद होकर खेलना सीखा। उन्होंने कहाकि, पिछले वर्ल्ड कप में युवी ज्यादातर मैचों को समाप्त करते थे और गेंद से जहीर खान हमें सफलता दिलाते थे। इस बार हमारे पास युवा टीम है और ज्यादा दबाव लेने की जरूरत नहीं है। इस बार दो नई गेंदें होगी और नए नियम होंगे, इसके चलते यह टूर्नामेंट काफी अलग होगा। हमारी टीम युवा है और हम जीत के भूखे हैं। यह वर्ल्ड कप हमारे लिए सबसे बड़ा है। हमें सकारात्मक रहकर एक दूसरे का साथ का मजा लेना होगा। इस टीम में खुद के सीनियर खिलाड़ी होने के सवाल पर रैना ने कहाकि, जिम्मेदारी वही है ज