द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लापता हुए पायलट के अवशेष मिलेंगे परिजनों को
|टिपटोन
72 वर्ष पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने विमान के साथ लापता हुए एक लड़ाकू पायलट के अवशेषों की पहचान कर ली गई है। मध्य इंडियाना में पाये गये अवशेषों का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ करने के लिए इसे उनके परिवार को सौंपा जाएगा। डिफेंस पीओडब्ल्यु:एमआईए अकाउंटिग एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि 2013 में इटली के सांता क्रिस्टीना में एलवुड के वायु सेना के लेफ्टिनेंट रॉबर्ट मैकन्टॉश के लड़ाकू विमान के मलबे का पता चला था।
72 वर्ष पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने विमान के साथ लापता हुए एक लड़ाकू पायलट के अवशेषों की पहचान कर ली गई है। मध्य इंडियाना में पाये गये अवशेषों का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ करने के लिए इसे उनके परिवार को सौंपा जाएगा। डिफेंस पीओडब्ल्यु:एमआईए अकाउंटिग एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि 2013 में इटली के सांता क्रिस्टीना में एलवुड के वायु सेना के लेफ्टिनेंट रॉबर्ट मैकन्टॉश के लड़ाकू विमान के मलबे का पता चला था।
इसके बाद उनके अवशेष की पहचान की गई। सरकार ने उसके अवशेष की सही पहचान के लिए डीएनए टेस्ट का इस्तेमाल भी किया और इसे उनकी बहन के डीएनए के साथ मिला कर देखा गया। 21 वर्षीय मैकन्टॉश 12 मई 1944 को जब इटली के पियासेंजा में दुश्ननों के खिलाफ हवाई हमले के मिशन के बाद लौट रहे थे तब उनका पी-38 लाइटनिंग विमान लापता हो गया था।
मैकन्टॉश की बहन जिनेन बेकर को जब 1944 में क्रिसमस के आसपास उनके भाई के लापता होने की खबर मिली थी तब वह हाई स्कूल में पढ़ाई कर रही थीं। उन्होंने कहा कि उनके पिता उनके भाई की खोज के लिए इटली गए थे लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था।
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