दीपक कोचर के लिए अशुभ रही रीन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती हिस्सेदारी, आई गिरावट तो जमकर लिया कर्ज

आशुतोष आर श्याम
देश के टोटल एनर्जी कंजम्पशन में रीन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती हिस्सेदारी दीपक कोचर की कंपनियों के लिए शुभ नहीं रही हैं। दीपक ने इस सेक्टर की कंपनियों में अच्छा खासा निवेश किया हुआ है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स से हासिल डॉक्यूमेंट्स के विश्लेषण से पता चला है कि जिन कंपनियों में दीपक कोचर ने मैनेजिंग डायरेक्टर या डायरेक्टर हैं, उन सबने फिस्कल ईयर 2015-17 के दौरान रेवेन्यू में आ रही गिरावट के बीच बाजार से जमकर कर्जा लिया था।

न्यूपावर टेक्नॉलजीज, न्यूपावर रीन्यूएबल, न्यूपावर विंड फार्म और ईचंदा ऊर्जा का टोटल डेट फिस्कल इयर 2015 के 823 करोड़ रुपये से 22.5% बढ़कर 1,008.6 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान इन कंपनियों का कंबाइंड रेवेन्यू 249 करोड़ रुपये से 17% गिरकर 206 करोड़ रुपये रह गया। यह तब हुआ जब कंपनी के पास लगभग 700 मेगवॉट के ऑपरेशनल रीन्यूएबल एनर्जी एसेट्स हैं। कंपनी 13 से 20 साल के पावर पर्चेज अग्रीमेंट के जरिए कई स्टेट ग्रिड को बिजली बेचती है। यह सीधे कॉरपोरेट कस्टमर्स को भी बिजली बेचती है।

कैलकुलेशन में दीपक कोचर की कंपनियों के डेट और रेवन्यू का जो डेटा लिया गया है वह एमजीटी7 फॉर्म में दिए गए डीटेल पर आधारित हैं। इन कंपनियों के फिस्कल ईयर 2015 के बाद के फाइनैंशल डेटा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं। कंपनियों के फाइनैंशल परफॉर्मेंस पर क्लैरिफिकेशन के लिए न्यूपावर के अफसरों को भेजे गए ईमेल और टेक्स्ट मेसेज के जवाब नहीं मिल पाए थे।

यहां दिलचस्प बात यह है कि न्यूपावर रीन्यूएबल ने अपना कर्ज फिस्कल ईयर 2015 के 686 करोड़ रुपये से घटाकर फिस्कल ईयर 2016 में 250 करोड़ रुपये कर लिया था, हालांकि इसके लिए उसको कहीं से कोई रेवेन्यू सपोर्ट मिलता नजर नहीं आया। इसके अलावा न्यूपावर टेक्नॉलजीज ने 2014 में सेंटबैंक फाइनैंशल सर्विसेज से लिए गए 273 करोड़ रुपये के लोन का चार्ज जनवरी 2017 में रिलीज कर दिया था लेकिन यह रकम उसके बैलेंसशीट में कहीं दिखी ही नहीं।

एमसीए के डॉक्यूमेंट्स से पता चला है कि दीपक कोचर की कंपनियों ने सेंट्रल बैंक, केनरा बैंक, जेएम फाइनैंशल प्रॉडक्ट्स, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस, एक्सिस बैंक और इंडिया इंफोलाइन फाइनैंस से लोन लिया हुआ था। कोचर की कंपनियों में सबसे ज्यादा 500 करोड़ रुपये का एक्सपोजर एक्सिस बैंक का है जो एक्सिस ट्रस्टी सर्विस के जरिए दिया गया था और वह ईचंदा ऊर्जा के लिए था जिसके लिए तमिलनाडु के विंड पावर एसेट्स को मॉर्ट्गेज किया गया था।

न्यूपावर वीडियोकॉन ग्रुप को ICICI बैंक की तरफ से दिए गए लोन से जुड़े एक मामले का खुलासा होने पर लाइमलाइट में आया। वीडियोकॉन पर आरोप है कि उसका बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की प्रमोटेड कंपनी न्यूपावर में बिजनस इंटरेस्ट है। न्यूपावर रीन्यूएबल की न्यूपावर टेक्नॉलजीज में 100%, न्यूपावर विंड फार्म में 73.2% और ईचंदा ऊर्जा में 70.9% हिस्सेदारी है।

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