ट्रेन में चढ़ते ही आखिर क्यों देशभर के डॉक्टर छिपा लेते हैं अपनी पहचान

रेलवे अधिकारियों की मानें तो चार साल में दुर्ग जिले के किसी भी डॉक्टर ने रेलवे को अपनी आपातकालीन सेवा देने की इच्छा नहीं जाहिर की है।

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