केजरी पर पक्षपात के आरोप लगाए कांग्रेस ने
|प्रस, नई दिल्ली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पारदर्शिता के दावों को सरासर झूठ करार देते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रदेश कांग्रेस कमिटी की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केजरीवाल ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के 70 प्रमुख बिंदुओं में पारदर्शिता को मुख्य मुद्दा बनाया था, लेकिन हाल ही में उनकी सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट में फौजदारी मामलों के लिए राहुल मेहरा की और दीवानी मुकदमों के लिए रमन दुग्गल की नियुक्ति की है, जबकि इन दोनों पदों के लिए सैकड़ों वकीलों ने आवेदन दिया था। राहुल मेहरा आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता रहे हैं, जबकि रमन दुग्गल केजरीवाल और मनीष सिसौदिया के नजदीकी माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह 16 अप्रैल को दिल्ली डायलॉग कमिशन में नियुक्तियों को लेकर एक विज्ञापन निकाला गया था, जिसकी आखिरी तारीख 17 अप्रैल थी। इस कमिशन का मुखिया किसी सरकारी अधिकारी को न बनाकर आशीष खेतान को बनाया गया, जो आम आदमी पार्टी के नेता हैं। यह दर्शाता है कि आम आदमी पार्टी ने इस विज्ञापन के लिए सिर्फ एक दिन का समय इसीलिए दिया, ताकि आम जनता आवेदन न कर सके और कमिशन में आम आदमी पार्टी के ही ज्यादा से ज्यादा वॉलंटियर्स को नियुक्त किया जा सके। केजरीवाल बताएं कि इन नियुक्तियों में कितनी पारदर्शिता बरती गई और उसका पैमाना क्या था?
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