\’कार फ्री डे\’ मनाकर प्रदूषण में 60% की कमी का दावा कर रही दिल्ली सरकार

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने हाल ही में ‘कार फ्री-डे’ मनाकर प्रदूषण में 60 फीसदी कमी का दावा किया। आइए जानते हैं देश के किन शहरों में हो रहे हैं ऐसे प्रयास और बड़े शहरों में लागू हुए तो कितने कारगर होंगे ये प्रयास ? 01 अरब से ज्यादा कारें दुनियाभर में हैं। हर कार प्रति किलोमीटर 48 ग्राम सूक्ष्म कण और 30 ग्राम सल्फर ऑक्साइड छोड़ती है।    कितना कारगर कार फ्री-डे : कोलंबिया के बोगोटा में 15 साल पहले शुरू हुआ ‘कार फ्री-डे’ अब दुनियाभर के शहरों में मनाया जाने लगा है, बल्कि इन शहरों की जरूरत भी बन गया है। खासकर भारतीय शहरों की। इसलिए कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 यहीं के हैं। यह खुलासा डब्ल्यूएचओ की पिछले साल की रिपोर्ट में हो चुका है। यह भी साफ है कि इनमें शामिल महानगरों में प्रदूषण का मुख्य स्रोत वाहन हैं। ऐसे में अगर इन वाहनों के पहिए एक दिन भी रोक दिए जाएं तो प्रदूषण में भारी कमी देखी जा सकती है।    आगे की स्लाइड्स में जानें प्रदूषण और इंधन खपत के मामले में क्या है भारत के 5 बड़े शहरों का हाल…

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