100 इंजीनियरों से ठगी

एनबीटी न्यूज, नोएडा

एक बार फिर शहर की एक आईटी कंपनी रातों रात फरार हो गई। पिछले चार महीने में जॉब पाने वाले 100 इंजीनियर्स के करीब 60 लाख रुपये की सिक्युरिटी मनी लेकर कंपनी के डायरेक्टर भाग गए। खास बात यह है कि चार महीने के दौरान ज्यादातर जॉब करने वालों को कोई पेमेंट नहीं मिली है। कुछ लोगों को 30-40 पर्सेंट सैलरी दी गई है। कुछ दिनों पहले ऑफिस पहुंचने पर कंपनी का स्टाफ नहीं मिला तो फर्जीवाड़े का शक हुआ। तहकीकात करने पर पता चला कि कंपनी बंद हो गई है। किराये की जगह के अलावा इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर भी किराये पर लिए गए थे। मकान मालिक ने पिछले चार महीने से किराया नहीं मिलने की बात बताई है। सोमवार को थाना फेज-3 पहुंचकर फर्जीवाड़े के शिकार हुए यंग प्रफेशनल्स ने शिकायत दी।

सेक्टर-63 के एच ब्लॉक में एक आईटी कंपनी ने वैकेंसी दिखाकर इंजीनियरिंग और एमसीए कर चुके युवाओं को जॉब पर रखा था। ज्यादातर को कंसलटेंसी फर्मों की तरफ से जॉब दिलाई गई। कुछ को कैंपस रिक्रूटमेंट के जरिए रखा गया था। करीब चार महीने तक सैलरी नहीं मिलने पर जब जॉब करने वालों ने दबाव बनाया, तब से कंपनी के दो डायरेक्टरों ने ऑफिस आना बंद कर दिया। स्टाफ ने इनके दफ्तर नहीं आने की वजह उनकी मां की बीमारी बताई। डायरेक्टर के आने पर चेक साइन के बाद सैलरी मिलने का भरोसा दिलाया था। 13 मई को ऑफिस पहुंचने पर कंपनी बंद होने की जानकारी हुई।

क्या कहते हैं पीड़ित

पंजाब के रहने वाले और एमसीए कर चुके विनीत ने बताया कि 35 हजार रुपये की सैलरी पर जॉब ऑफर की गई थी। सिक्युरिटी मनी के रूप में 35 हजार रुपये कंपनी ने जमा कराए थे। चार महीने तक ट्रेनिंग देने का झांसा देकर उन्हें ठगा गया।

हापुड़ के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर शिवांग ने बताया कि 30 हजार रुपये की सैलरी पर उन्हें रखा गया था। चार महीने में केवल दो बार 10-10 हजार रुपये मिले थे। कंपनी के पास 30 हजार रुपये सिक्युरिटी मनी जमा थी। कंपनी ने 100 से ज्यादा लोगों को 4-5 महीने के भीतर जॉब पर रखा था। ज्यादा सैलरी पर रखे गए युवकों से सिक्युरिटी मनी के रूप में 1 से 1.5 लाख रुपये तक लिए गए।

आईटी कंपनी के सिक्युरिटी मनी लेकर फरार होने की शिकायत मिली है। कंपनी के 2 डायरेक्टर्स समेत 5 लोग फर्जीवाड़े में शामिल बताए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।

राजेश द्विवेदी, एसएचओ फेज-3

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