कंपनियों को एक दिन के अंदर देनी होगी लोन डिफॉल्ट की जानकारी, सेबी आगे बढ़ा सकता है प्रस्ताव

नयी दिल्ली
पंजाब नैशनल बैंक में हुई लगभग 11,300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कई साल तक पता नहीं चलने के बाद बाजार नियामक सेबी अपने उस लंबित प्रस्ताव को फिर से आगे बढ़ा सकता है जिसमें सभी रजिस्टर्ड कंपनियों के लिए लोन डिफॉल्ट के मामलों की जानकारी एक दिन के भीतर सार्वजनिक करनी होगी।

इस धोखाधड़ी मामले के कथित साजिशकर्ता अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी सीधे तौर पर किसी रजिस्टर्ड कंपनी से नहीं जुड़ा है, लेकिन उसके संबंधी और कारोबारी सहयोगी मेहुल चौकसी की गीतांजली जेम्स एक रजिस्टर्ड कंपनी है। गीतांजली बाजार प्रभावित करने वाले कुछ अन्य संदिग्ध मामलों में संलिप्त है। पंजाब नैशनल बैंक और गीतांजली के मामले में सेबी ने पहले ही कारोबारी सूचनाएं सार्वजनिक करने से जुड़े बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। इसे भारत के बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा धोखाधड़ी मामला माना जा रहा है। इसका आरोपी नीरव मोदी देश छोड़ चुका है।

पिछले हफ्ते इस मामले के सामने आने के बाद मोदी से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों समेत कई रजिस्टर्ड कंपनियों, गीतांजली जेम्स और पीएनबी में निवेशकों को कई अरब रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। निवेशकों की मदद के उद्देश्य से सेबी ने उन्हें लोन डिफॉल्ट की पूरी जानकारी देने के लिए एक निर्णय किया था। इसके अनुसार प्रस्ताव था कि सभी रजिस्टर्ड कंपनियों को उनके लोन डिफॉल्ट के मामलों का खुलासा तत्काल करना था।

इस प्रस्ताव पर बैंकिंग सेक्टर की ओर से आपत्ति जताई गई थी। बैंकिंग सेक्टर का कहना था कि इससे बाजार में घबराहट की स्थिति बन जाएगी। सेबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पंजाब नैशनल बैंक के धोखाधड़ी मामले के सामने आने के बाद यह महत्वपूर्ण हो गया है कि छोटे से छोटे लोन डिफॉल्ट की भी जानकारी समय से मिल जाए ताकि ऐसी स्थिति बनने से बचा सके।’ सेबी इस प्रस्ताव पर फिर से कदम बढ़ाने की योजना बना रहा है।

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