ऑड-ईवन की तरह प्रदूषण के अन्य मुद्दों पर जोर क्यों नहीं दिया: NGT

नई दिल्ली
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह क्यों धूल और कचरे को जलाने से होने वाले प्रदूषण के मुद्दे पर उस तरह जोर नहीं दे रही है, जिस तरीके से उसने ऑड-ईवन योजना पर जोर दिया।

NGT अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली बेंच ने दिल्ली सरकार के वकील से कहा, ‘आप (दिल्ली सरकार) धूल और कचरा जलाने से होने वाले प्रदूषण के मुद्दे पर उतना जोर क्यों नहीं देते हैं, जैसा आपने ऑड-ईवन पर जोर दिया है। इन मुद्दों पर पूरा निर्देश लें।’

अधिकरण इस बात से भी नाराज हुआ कि न तो दिल्ली सरकार और न ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने हाल में खत्म हुई ऑड-ईवन योजना के दूसरे चरण के दौरान दिल्ली में हवा में शुद्धता के आंकड़ों पर रिपोर्ट दायर की है। अधिकरण ने कहा, ‘हमने CPCB और GNCTD से ऑड-ईवन से पहले, ऑड-ईवन के बीच और उसके बाद हवा की गुणवत्ता पर रिपोर्ट देने को कहा है। कृपया हमें बताएं कि इसपर क्या हुआ है। हमें रिपोर्ट दें।’
सवाल का जवाब देते हुए CPCB के वकील ने रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कुछ वक्त मांगा। एनजीटी ने कहा, ‘यह बेहद विचित्र है। हर बार आप समय मांगते हैं।’ NGT ने मामले पर सुनवाई के लिए 11 मई की तारीख निर्धारित की। NGT ने CPCB और दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वह सुनवाई की अगली तारीख पर इन मुद्दों पर स्पष्ट निर्देश ले। अधिकरण ने इससे पहले दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा था कि क्यों उसने राष्ट्रीय राजधानी में सड़कों पर चलने वाले 15 साल से अधिक पुराने वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

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