एक्ट्रेस बनीं तो मां ने 5 साल बात नहीं की:यश चोपड़ा की जिद पर फिल्मों में आईं पूनम ढिल्लन, 90 फिल्में कीं; अवॉर्ड जीरो

महज 16 साल की उम्र में मिस यंग इंडिया का खिताब जीतना और फिर यश चोपड़ा जैसे डायरेक्टर की मल्टीस्टारर फिल्म ‘त्रिशूल’ से डेब्यू करना कोई छोटी बात तो नहीं? वो भी एक ऐसी लड़की के लिए जिसके परिवार में फिल्में देखी तक ना जाती हों। यह लड़की थी 80 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस पूनम ढिल्लन जो आज अपना 62वां जन्मदिन मना रही हैं। पूनम बीते 46 साल से इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। हालांकि, करियर में 90 फिल्में करने के बाद भी इन्हें अब तक कोई अवॉर्ड नहीं मिला। आज पूनम के जन्मदिन पर जानिए कि कैसे डॉक्टर बनने का सपना छोड़कर वो एक्ट्रेस बनीं और क्यों 10 साल काम करने के बाद उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली… पूनम का जन्म 1962 में UP के कानपुर में हुआ था। उनके पिता अमरीक सिंह इंडियन एयरफोर्स में इंजीनियर और मां गुरुचरण कौर स्कूल प्रिंसिपल थीं। कुछ सालों बाद पिता का ट्रांसफर हुआ तो पूनम परिवार के साथ चंडीगढ़ पहुंच गईं। यहां उन्होंने कार्मल कॉन्वेंट स्कूल से अपनी पढ़ाई शुरू की। परिवार में फिल्म देखने की थी मनाही पूनम कभी एक्टिंग फील्ड में करियर नहीं बनाना चाहती थीं। उनका पूरा फोकस पढ़ाई पर ही था और वो डॉक्टर बनना चाहती थीं। एक इंटरव्यू में इसकी वजह बताते हुए पूनम ने कहा था- ‘मेरे परिवार में फिल्में देखने की मनाही थी। 16 साल की उम्र तक मैंने मात्र 3 ही फिल्में देखी थीं। मैं ना तो फिल्मों के बारे में ज्यादा जानती थी और ना ही इस फील्ड में मेरी दिलचस्पी थी।’ भीड़ में से बुलाकर राजेश खन्ना ने दिया था कॉम्प्लिमेंट पूनम जब 8वीं कक्षा में थीं तब हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया चंडीगढ़ में शूटिंग करने पहुंचे थे। पूनम भी अपने फ्रेंड्स के साथ राजेश खन्ना का स्टारडम फील करने के लिए शूटिंग देखने पहुंच गईं। पूनम इतनी खूबसूरत थीं कि सेट पर स्कूल यूनिफॉर्म में खड़ी लड़कियों की भीड़ के बीच भी काका ने उन्हें नोटिस कर लिया। काका ने पूनम को अपने पास बुलाया और कहा कि आपकी आंखें बहुत खूबसूरत हैं। आगे चलकर पूनम ने राजेश खन्ना के साथ ‘रेड रोज’, ‘दर्द’ और ‘आवाम’ समेत 6 फिल्में की थीं। 16 की उम्र में बन गईं मिस यंग इंडिया इसके बाद साल 1978 में पूनम ने 16 साल की उम्र में मिस इंडिया कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो इस तरह के शोज को एक्सप्लोर करना चाहती थीं और ऐसा करने का एक ही तरीका था कि उनमें पार्टिसिपेट किया जाए। पूनम ने पेरेंट्स को बिना बताए इस कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट किया और मिस यंग इंडिया का टाइटल जीता। इसी इवेंट में मशहूर डायरेक्टर यश चोपड़ा की नजर पूनम पर पड़ी और उन्होंने पूनम को ‘त्रिशूल’ जैसी मल्टीस्टारर फिल्म का ऑफर दिया। शुरुआत में पूनम ने इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया था। वो एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं, पर यश चोपड़ा की जिद पर उन्होंने इसे साइन कर लिया। डेब्यू फिल्म में पहना स्विम सूट, अमिताभ-शशि कपूर संग किया काम 1978 में ही रिलीज हुई ‘त्रिशूल’ से पूनम ने बतौर एक्ट्रेस डेब्यू किया। फिल्म में अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, संजीव कुमार, राखी, हेमा मालिनी और वहीदा रहमान जैसे कलाकार थे। पूनम ने फिल्म में शशि कपूर की बहन का रोल निभाया और उनके को-स्टार सचिन पिलगांवकर थे। अपनी पहली ही फिल्म में पूनम ने स्विम सूट पहना था। फिल्में जॉइन करने पर मां ने 5 साल तक बात नहीं की एक इंटरव्यू में पूनम ने बताया था, ‘जब मैंने इंडस्ट्री जॉइन की तो यह मेरी मां के लिए बहुत शॉकिंग था। उन्हें इसे एक्सेप्ट करने में 5 साल का वक्त लगा। उन्होंने मुझसे बात भी नहीं की। उन्हें अपने साथ शूट पर ले जाने के लिए कन्विंस करने में मुझे काफी वक्त लगा। सालों बाद जब उन्होंने देखा कि मुझे इस करियर से अटेंशन और रेस्पेक्ट दोनों ही मिल रहे हैं तो उन्हें महसूस हुआ कि यह करियर भी बुरा नहीं हैं। डैड हमेशा से ही सपोर्टिव थे।’ फिल्मों में काम करने पर घरवालों ने रखी यह शर्त पूनम ने फिल्मों में काम करना शुरू तो कर दिया पर उन्हें कई तरह के रूल्स फॉलो करने पड़ते थे। अगर 10 बजे पैकअप होता है तो उन्हें हर हाल में रात के 10:30 बजे घर पहुंचना होता था। उन्हें अपने दोस्तों के साथ लेट नाइट बाहर जाने की परमिशन नहीं थी। आउटडोर शूट पर उनके पेरेंट्स उनके साथ जाते थे। हालांकि, वो सेट पर कम ही जाया करते थे।’ पूनम के लिए पिकनिक की तरह थी ‘त्रिशूल’ की शूटिंग एक इंटरव्यू में जब पूनम से पूछा गया कि उन्होंने करियर की पहली ही फिल्म में इतने छोटे से रोल के लिए कैसे हामी भर दी थी? तो उन्होंने कहा था- ‘मैंने अपनी पहली फिल्म ‘त्रिशूल’ में यह सोचकर काम नहीं किया था कि यह मेरी पहली फिल्म है और मुझे इस फील्ड में अपना करियर बनाना है। मैंने तो बस यह सोचा था कि मुझे एक ही फिल्म करनी है और फिर पढ़ाई पर ध्यान देना है। मेरा रोल छोटा है या बड़ा, यह सोचने की ना मुझमें समझ थी और ना ही मेरे अंदर कोई ईगो प्रॉब्लम थी। मेरे लिए तो यह बस एक फन एडवेंचर और पिकनिक की तरह था।’ ‘नूरी’ से बतौर एक्ट्रेस मिली पहचान ‘त्रिशूल’ की शूटिंग खत्म होने के बाद पूनम ने अपनी स्कूलिंग पूरी की और कॉलेज जॉइन किया। कॉलेज जॉइन किए कुछ ही महीने हुए थे कि डायरेक्टर यश चोपड़ा ने उन्हें फिल्म ‘नूरी’ ऑफर कर दी। 1979 में रिलीज हुई फिल्म ‘नूरी’ से पूनम को बतौर एक्ट्रेस पहचान मिली। फिल्म में उनके अपोजिट फारूख शेख नजर आए। यह सुपरहिट रही और साल की सातवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। फिल्म को 1981 में चीन में भी रिलीज किया गया, इसने वहां भी अच्छा बिजनेस किया। इस फिल्म के लिए पूनम को उनके करियर का पहला फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस नॉमिनेशन मिला था। 90 फिल्में और जीरो अवॉर्ड इसके बाद पूनम ने अपने करियर में ‘काला पत्थर’, ‘सोहनी-महिवाल’, ‘रेड रोज’, ‘दर्द’, ‘तेरी मेहरबानियां’ और ‘कर्मा’ जैसी कई हिट फिल्में दीं। एक्ट्रेस ने अपने करियर में करीब 90 फिल्मों में काम किया, पर उन्हें कभी किसी फिल्म के लिए कोई अवॉर्ड नहीं मिला। फिल्ममेकर से की शादी, 9 साल बाद हुआ तलाक 10 साल के करियर में कई सफल फिल्में देने के बाद पूनम ने 1988 में फिल्ममेकर अशोक ठकारिया से शादी की। हालांकि, शादी के 9 साल बाद 1997 में दोनों ने तलाक ले लिया। मीडिया रिपोर्ट्स में इस तलाक की वजह अशोक का एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर बताया गया। तलाक के बाद दोनों बच्चों बेटी पलोमा और बेटे अनमोल की कस्टडी पूनम को ही मिली। 1990 में शुरू किया वैनिटी का चलन साल 1990 में पूनम ने अपने पति अशोक के साथ वैनिटी मेकअप वैन का बिजनेस शुरू किया था। इंडस्ट्री में वैनिटी कल्चर शुरू करने का क्रेडिट भी उन्हें ही जाता है। पूनम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अक्सर आउटडोर शूटिंग के दौरान एक्ट्रेसेस को कपड़े बदलने और दूसरे कामों में काफी दिक्कतें आती थीं। ऐसे में उन्होंने यह कल्चर शुरू किया था। पूनम की इस वैनिटी का उद्घाटन अनिल कपूर और श्रीदेवी ने किया था। 1995 में अंदाज से किया टीवी डेब्यू शादी के बाद पूनम ने फिल्मों से काफी हद तक दूरी बना ली। वो अपने बच्चों की परवरिश पर ध्यान देना चाहती थीं। ऐसे में उन्होंने साल में एक-दो फिल्में करना शुरू कर दिया। 1995 में उन्होंने टीवी शो ‘अंदाज’ से छोटे परदे पर डेब्यू किया। इस दौरान वो ‘दिल बोले हडिप्पा’ और ‘13B’ जैसी फिल्मों में भी छोटे रोल में नजर आती रहीं। पूनम ने साल 2009 में रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के तीसरे सीजन में भी हिस्सा लिया। वो 80 दिनों तक घर के अंदर रहीं और शो की सेकेंड रनर अप रहीं। शो ‘एक नई पहचान’ के लिए मिला करियर का इकलौता अवॉर्ड 2015 में रिलीज हुए टीवी शो ‘एक नई पहचान’ के लिए पूनम ने बेस्ट एक्ट्रेस इन सर्पोटिंग रोल का इंडियन टेली अवॉर्ड अपने नाम किया। यह उनके करियर का इकलौता अवॉर्ड है। बीते कुछ सालों में पूनम ‘जय मम्मी दी’ और ‘प्लान ए प्लान बी’ जैसी फिल्मों में नजर आई हैं। पूनम बीते 5 अप्रैल को रिलीज हुई फिल्म ‘एक कोरी प्रेम कथा’ में भी नजर आई हैं। वो 46 साल से इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। वैनिटी बिजनेस से करती हैं कमाई, राजनीति में भी आजमाई थी किस्मत फिल्मों के अलावा पूनम अपने वैनिटी बिजनेस से भी अच्छी कमाई करती हैं। साल 2014 में उन्होंने इंडस्ट्रियलिस्ट अनिल मुरारका और कोरियोग्राफर समीर तन्ना के साथ मिलकर एक इवेंट मैनेजमेंट और फिल्म प्रोडक्शन कंपनी की भी शुरुआत की थी। पूनम ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई। 2004 में उन्होंने बीजेपी जॉइन की थी और 2019 में मुंबई से पार्टी की वाइस प्रेसिडेंट भी चुनी गईं।

बॉलीवुड | दैनिक भास्कर