आय घोषणा योजना के तहत 30,000 करोड़ रपये कर मिलने की उम्मीद: सीबीडीटी प्रमुख

नयी दिल्ली, एक अक्तूबर :भाषा: देश के भीतर रखे कालेधन को बाहर निकालने के लिये शुरू की गई आय घोषणा योजना :आईडीएस: के तहत सरकार को 30,000 करोड़ रपये का कर मिलने की उम्मीद है। इसमें से 50 प्रतिशत राशि इसी वित्त वर्ष में सरकारी खजाने में आ जायेगी।

शुरआती जानकारी के मुताबिक इस एकबारगी आय घोषणा योजना के तहत कुल 65,250 करोड़ रपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा किया गया।

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड :सीबीडीटी: की चेयरपर्सन रानी सिंह नायर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कर राजस्व के इस आंकड़े का अनुमान 45 प्रतिशत की मौजूदा दर के मुताबिक लगाया गया है। फिर भी अंतिम आंकड़े के लिये अभी प्रतीक्षा करनी होगी। कुछ घोषणाओं का अभी नये सिरे से संयोजन और उनका मिलान किया जा रहा है।

सीबीडीटी प्रमुख ने कहा, हमें आईडीएस के तहत 30,000 करोड़ रपये का कर मिलने की उम्मीद है। इस राशि का 50 प्रतिशत इसी वित्त वर्ष में आयेगा। शेष अगले साल सितंबर तक मिलेगा। योजना के तहत कर और जुर्माने का भुगतान किस्तों में होगा। इसकी अंतिम किस्त अगले साल सितंबर में भुगतान की जायेगी।

वित्त मंत्री अरण जेटली ने चार माह के खुली योजना की समाप्ति पर आज बताया कि योजना के तहत कुल 64,275 घोषणायें हुई जिसमें 65,250 करोड़ रपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा किया गया है। योजना कल आधी रात को समाप्त हो गई।

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