आप के दर पर समर्थक, कुमार विश्वास को राज्यसभा भेजो
|नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास के समर्थक गुरुवार सुबह करीब 10 बजे से ही पार्टी ऑफिस में जुटना शुरू हो गए। इसकी तैयारी दो दिन से चल रही थी। सोशल मीडिया के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं और कुमार विश्वास समर्थकों को मैसेज भेजकर पार्टी ऑफिस में जमा होने को कहा जा रहा था। कुमार विश्वास को राज्यसभा सदस्य बनाने के लिए उनके समर्थकों ने ऑफिस में धरना दिया। मांग न माने जाने तक ऑफिस में ही जमे रहने के चेतावनी दी। ऐसा शायद ही किसी पार्टी में कभी हुआ है कि राज्यसभा के लिए किसी नेता के समर्थकों ने पार्टी ऑफिस में धरना दिया हो, लेकिन लोकसभा, विधानसभा या काउंसलर के टिकट के लिए आम तौर पर ऐसा सभी पार्टियों में दिखता है।
कुमार विश्वास के समर्थकों ने पार्टी ऑफिस पहुंचकर मांग की कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक उनसे मुलाकात करें। उनकी बात सुनें और कुमार विश्वास को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाएं। जालंधर से आए विष्णु कांत शुक्ला ने कहा कि पार्टी की पीएसी 6 महीने से नहीं हुई है। पार्टी का फैसला चार लोग मिलकर ले रहे हैं, जबकि कार्यकर्ताओं की राय के हिसाब से फैसला होना चाहिए। सुल्तानपुर माजरा से आए दुर्गा नागर ने कहा कि हमने राज्यसभा का फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ा था, लेकिन अब यह पता चल रहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के बजाय बाहरी लोगों को राज्यसभा भेजने का सोच रही है। जो गलत है। राजौरी गार्डन से आईं किरन मल्होत्रा ने कहा कि एक सीट पर कुमार विश्वास को भेजा जाए और बाकी दो पर किसे भेजना है, यह फैसला पार्टी नेता खुद कर लें। कुमार को अजमेर से लोकसभा उपचुनाव लड़ाने की मांग भी हो रही है, इस सवाल पर किरन ने कहा कि ये भी अच्छा है, लेकिन कुमार को राज्यसभा ही भेजा जाए।
धरना देकर गाया रघुपति राघव राजा राम
कुमार के समर्थकों ने पार्टी ऑफिस पहुंचकर यहां टेंट लगवा लिया और रजाई-गद्दे मंगवा लिए। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह यहीं धरने पर बैठे रहेंगे। माइक और बड़े-बड़े स्पीकर के साथ ही बड़ी स्क्रीन भी मंगवा ली गई। उन्होंने यहां बैठकर रघुपति राघव राजा राम भजन गाना शुरू किया। दूसरी तरफ पुलिस भी पार्टी ऑफिस पहुंच गई। आप की तरफ से पुलिस में शिकायत की गई कि हमें इस मीटिंग की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। सारा सामान जबरन अंदर लाया गया और मौजूद लोगों में ज्यादातर अपरिचित लोग हैं। इन्हें सामान के साथ बाहर किया जाए। इसके जवाब में कुमार समर्थकों ने भी पुलिस को लिखकर दिया कि हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी के आंतरिक स्वराज के तहत शांतिपूर्वक कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने इस जवाब को लेटरहेड पर न लिखे होने की बात कहकर रिसीव करने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कुमार समर्थकों से कहा कि वह ऑफिस खाली कर दें। देर शाम काफी कम लोग ही पार्टी ऑफिस में बचे थे और पुलिस के कुछ जवान भी तैनात रहे।
कुमार ने कहा मेरे नाम पर न करें संघर्ष
कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘मैंने आप सब से सदा कहा है, पहले देश, फिर दल, फिर व्यक्ति। आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर जमा कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि स्वराज, बैक टू बेसिक, पारदर्शिता के मुद्दों के लिए संघर्ष करें, मेरे हित-अहित के लिए नहीं। स्मरण रखिए अभिमन्यु के वध में भी उसकी विजय है।’ इस ट्वीट के बाद कुमार विश्वास समर्थकों ने आप ऑफिस से डेरा हटा लिया।
पार्टी की मुश्किल बढ़ी
कुमार विश्वास को लेकर आप के भीतर की जंग फिलहाल थमने के आसार नहीं हैं। अगर पार्टी कुमार के नाम का ऐलान नहीं करती है तो उसके बाद भी पार्टी नेतृत्व पर हमले तीखे ही होने के आसार हैं। आम आदमी पार्टी ने इकॉनमी, लीगल, हेल्थ और एजुकेशन फील्ड के कई बड़े नामों से राज्यसभा उम्मीदवार बनने के लिए संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने पार्टी के नाम के साथ जुड़ने से इनकार कर दिया। अब अगर आप को बाहरी एक्सपर्ट चुनने हैं तो उसके सामने यह चुनौती है कि वह ऐसे हों जिन्हें पार्टी कुमार विश्वास से बेहतर बता सके। अगर आप पार्टी नेताओं में से ही किसी को चुनती है तो फिर पार्टी के भीतर ही गुटबाजी बढ़ने के भी आसार हैं।
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