Top इंटरेस्टिंग Facts: जयललिता जहां-जहां, वहां-वहां जाती है यह कुर्सी

  बेंगलुरु. दरअसल ये कहानी शुरू होती है तमिलनाडु के महानायक अन्ना दुरई से। द्रमुक के संस्थापक। इनके दो शिष्य एम जी रामचंद्रन (एमजीआर) और एम करुणानिधि एक हीरो, दूसरा स्क्रिप्ट राइटर। एमजीआर के साथ फिल्मों में काम करते-करते जयललिता उनकी करीबी हो गईं। एमजीआर की पत्नी जानकी रामचंद्रन को यह दोस्ती कभी पसंद नहीं थी।   आखिर एमजीआर और करुणानिधि दोनों राजनीति में आ गए। विवाद भी हुए। द्रमुक करुणानिधि के पास रह गई और एमजीआर ने नई पार्टी अन्नाद्रमुक बना ली।लंबे समय तक एमजीआर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री भी रहे। जब उनका निधन हुआ तो परंपरा के अनुसार उनकी पत्नी जानकी रामचंद्रन अर्थी वाहन पर बैठीं। रास्ते में उन्हें धक्का देकर अर्थी वाहन से गिरा दिया गया और वहां बैठ गईं जयललिता।   यही उत्तराधिकार जयललिता को राजनीति में भी मिला। जानकी रामचंद्रन तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन थोडे समय के लिए। आखिर कुछ ही वक़्त में सत्ता भी जयललिता  के पास आ गई। बाद में सिलसिला चल निकला। एक बार जयललिता मुख्यमंत्री रहीं तो अगले टर्म में करुणानिधि। कभी जयललिता से…

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