हंबनटोटा श्री लंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने जब भी अपने सहयोगी देश चीन से लोन और महत्वाकांक्षी बंदरगाह परियोजना के लिए सहायता मांगी तो कभी उसके
नई दिल्ली पाकिस्तान को धीरे-धीरे ही सही इस बात का अहसास होने लगा है कि उसका तथाकथित ‘सदाबहार दोस्त’ चीन भरोसेमंद सहयोगी नहीं बल्कि विस्तारवादी सोच रखने वाला