SELF डिफेंस के लिए कराटे सिखाती है चैम्पियन, अब US में बनेगी फिल्म

  कोलकाता. दुनिया हौसले से ही जीती जाती है। यह साबित किया है कोलकाता की आयशा नूर ने। जब वह 13 साल की थी तब उसके ड्राइवर पिता की मौत हो गई। इसके बाद गरीबी और एपलेप्सी (मिर्गी) की बीमारी ने उसे जकड़ रखा था। कोलकाता के बनिया पुकुर स्थित मुफीदुल इस्लाम गली में अपने 10×12 की टपरे वाली छत के नीचे नई इबारत गढ़ी जा रही है। जिस पर फिल्म बनाने के लिए सेनफ्रांसिस्को के लोग बेचैन हैं। जिसके लिए आयशा समेत दुनिया की 5 लड़कियों को चुना गया है।    सेल्फ डिफेंस के लिए लड़कियों को सिखाती है कराटे  कुछ दुखों के साथ आयशा का सुख है कि वो लड़कियों को सेल्फ डिफेंस के लिए कराटे सिखा रही है। उसकी यह क्लास राजा बाज़ार साइंस कॉलेज के सामने लेडीज़ पार्क में लगती है, जहां आसपास की लडकियां आयशा से कराटे सीखती हैं। जल्द ही वो स्कूलों में क्लास लेंगी ताकि कुछ आय भी हो सके। क्योंकि उसे डर है कि कहीं थाईलैंड में मार्शल आर्ट की एडवांस ट्रेनिंग से महरूम न हो जाए। पैसों की कमी के चलते यह खामियाज़ा पहले वो भुगत चुकी है। क्योंकि ममता दीदी से जो आस थी, वो भी हुगली के पानी की तरह अब बहने को विवश है।…

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