PMO ने एयर इंडिया को दिया सख्त टारगेट

नई दिल्ली

सस्ते फ्यूल के कारण एयर इंडिया ने भले ही अपना परफॉर्मेंस सुधार लिया हो, लेकिन पीएमओ इससे संतुष्ट नहीं है। प्रधानमंत्री का ऑफिस (पीएमओ) चाहता है कि एयरलाइन सभी मोर्चों पर तेजी से अपना परफॉर्मेंस सुधारे और 10 फीसदी तक रेवेन्यू बढ़ाते हुए क्षमता के इस्तेमाल में इंडस्ट्री स्टैंडर्ड की बराबरी करे। पीएमओ ने एयरलाइन को यह भी निर्देश दिया है कि बेड़े में नया विमान शामिल करने से पहले वह ठीक तरीके से सर्वे करे। एयरलाइन की समीक्षा को लेकर पीएमओ की हुई पहली आधिकारिक बैठक में ये टारगेट दिए गए। यह बैठक प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में हुई।

नुकसान में चल रही एयर इंडिया फिस्कल ईयर 2016 में ऑपरेशनल प्रॉफिट हासिल करने को तैयार है। इसकी वजह सस्ते फ्यूल के कारण हुई 2,700 करोड़ रुपये की बचत और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की बिक्री और लीज से हासिल 1,200 करोड़ रुपये की रकम है। हालांकि, बिक्री से हासिल रकम के बावजूद संबंधित साल के लिए एयरलाइन के रेवेन्यू में मामूली बढ़ोतरी का अनुमान है। एयरलाइन के ऑपरेशनल मानक इंडस्ट्री स्टैंडर्ड से कम हैं। मई 2016 में इसका ऑन-टाइम परफॉर्मेंस इंडस्ट्री में सबसे कम रहा, जब इसके 84.7 फीसदी क्षमता का इस्तेमाल हो रहा था। इस दौरान सीटें भरने में सबसे बेहतर आंकड़ा स्पाइसजेट का रहा, जिसने अपनी क्षमता का 93.5 फीसदी का इस्तेमाल किया।

एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, ‘इस बात में कोई शक नहीं है कि एयर इंडिया के परफॉर्मेंस में सुधार हुआ है। हालांकि, यह तेल की कीमत घटने के कारण है। पीएमओ ने कहा है कि एयरलाइन को अपना रेवेन्यू बेहतर करने की जरूरत है, जो पिछले फिस्कल ईयर के दौरान फ्लैट रही। दूसरी तरफ, इसी दौरान एविएशन इंडस्ट्री के रेवेन्यू में तकरीबन 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।’

बैठक के दौरान एयर इंडिया के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बताया कि एयरलाइन को ज्यादा मैनपावर की जरूरत है और सरकार को उसे हायरिंग की इजाजत देनी चाहिए। लोहानी एयर इंडिया में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 60 साल भी करना चाहते थे। फिलहाल रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है। पीएमओ ने इसकी मंजूरी नहीं दी। हालांकि, एविएशन मिनिस्ट्री से मामले को देखने को कहा। अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने कहा कि एविएशन मिनिस्ट्री को अंतिम फैसला लेने से पहले दोनों प्रस्तावों की पड़ताल करनी चाहिए।’

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