Interview: सचिन तेंडुलकर ने शेयर की परिवार, खेल और फिल्म से जुड़ी बातें

मुंबई.  'सचिन: अ बिलियन ड्रीम्स' सिर्फ फिल्म ही नहीं सचिन तेंडुलकर के क्रिकेट के भगवान बनने की यात्रा की कहानी है। अब तक हम सचिन को शर्मीले और कम बोलने वाले क्रिकेटर के रूप में जानते रहे हैं। इस मुलाकात में हमने उनके व्यक्तित्व को करीब से जानने की कोशिश की…    >> क्रिकेट के करियर में और हर परिस्थिति में आप शांत दिखाई देते हैं, कभी विचलित भी नहीं होते। कैसे?    मैंने बचपन में पिता के स्वभाव और व्यवहार को नजदीक से देखा है। वे हमेशा शांत रहते थे। घर में बहुत सारी चीजें हो रही थीं फिर भी वे प्रभावित हुए बिना अपना काम करते रहते। मेरे कजिन्स भी सलाह लेने मेरे पिता के पास ही आते थे। कोई भी बात होती तो वे ही सब तय करते। सभी को भरोसा होता था कि कुछ भी हो पिता ही सही फैसला लेंगे। जब मैं छोटा था तब यह सब सीखने को मिल गया था। मैंने सिर्फ यही कोशिश की कि उनकी तरह बन सकूं। …और यह कोशिश आज भी जारी है। मेरे पिता ने बहुत संघर्ष किया। जब आप खुद पैरेंट्स बनते हो तब आपको पता चलता है कि आपके पैरेंट्स ने कितने बलिदान दिए होंगे, कितनी मेहनत की होगी आपके लिए। यह सब आसान…

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