BCCI बैठक में श्रीनिवासन के शामिल होने पर SC नाराज
| अदालत ने सोमवार को कहा कि श्रीनिवासन को ऐसा नहीं करना चाहिए था। कोर्ट ने कहा कि श्रीनिवासन का यह कदम बेशक हितों का टकरवा है। कोर्ट ने श्रीनिवासन के वकील कपिल सिब्बल को शुक्रवार तक अदालत को अपने रुख से अवगत कराने को कहा है। वर्ल्ड कप की ताजा खबरें तुरंत पाने के लिए हमारा फेसबुक पेज लाइक करिए और ट्विटर पर फॉलो करिए। कोर्ट ने बेहद सख्त लहजे में पूछा कि जब श्रीनिवासन चुनाव नहीं लड़ सकते तो भला पद पर कैसे रह सकते हैं। दूसरी ओर श्रीनिवासन के वकील कपिल सिब्बल ने कहा सफाई पेश करते हुए कहा कि श्रीनिवासन ने अदालत के आदेश की अवहेलना नहीं की है। सिब्बल ने कहा कि क्योंकि इस बैठक में कोई फैसला नहीं लिया गया इसलिए इसे अदालत की अवहेलना नहीं कहा जा सकता। वरिष्ठ वकील ने कहा कि यह बैठक केवल चुनाव की तारीख तय करने के लिए बुलाई गई थी। दो जनवरी को दिए अपने आदेश का जिक्र करते हुए अदालत ने कहा कि श्रीनिवासन एक साथ बीसीसीआई के अध्यक्ष और चेन्नै सुपरकिंग्स के मालिक कैसे बने रह सकते हैं। अदालत ने इसे हितों का टकराव करार दिया था। जस्टिस टी एस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि हम श्रीनिवासन के उठाए इस कदम से खुश नहीं हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने आठ फरवरी को बीसीसीआई की बैठक में निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के शामिल होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने श्रीनिवासन के ऐसा करने पर अपनी नाखुशी जाहिर की है।