BCCI की ICC को धमकी, चैंपियंस ट्रोफी में नहीं खेलेंगे

नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के बीच जारी तनातनी लगातार बिगड़ती जा रही है। अब BCCI ने ICC को अगले साल इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रोफी में से अपना नाम वापस लेने की धमकी दी है। BCCI ने दूसरे देश के क्रिकेट बोर्डों की तरफदारी और अपने साथ पक्षपात के आरोप लगाकर ऐसा किया है।

क्रिकेट की इन संस्थाओं के बीच लड़ाई नई नहीं है। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच कई मामलों पर विवाद चल रहा है। दुनिया के सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड BCCI ने सिरे से ICC के कई प्रस्तावों का न सिर्फ विरोध किया है, बल्कि अपने समर्थन में एशिया समेत तमाम देशों के क्रिकेट बोर्डों को भी जुटाया है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक ताजा मामला ICC की फाइनैंशल कमिटी की बैठक से जुड़ा है। इसकी बैठक में नहीं बुलाए जाने से नाराज BCCI ने चैंपियंस ट्रोफी के बहिष्कार की धमकी दी है। दरअसल यह मामला चैंपियंस ट्रोफी के आयोजन से ही जुड़ा हुआ है। ICC ने इसके आयोजन के लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को भारी भरकम 13.5 करोड़ डॉलर की रकम आवंटित की है। BCCI की नाराजगी इस बात को लेकर है कि इसी साल उसे टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए केवल 4.5 करोड़ डॉलर की रकम मिली थी।

BCCI का कहना है कि चैंपियंस ट्रोफी में 19 दिनों में केवल 15 मैच खेले जाने हैं, जबकि टी20 वर्ल्ड कप में 27 दिनों में 58 मैच (35 पुरुषों के और 33 महिलाओं के) हुए थे। करीब चार गुना मैच ज्यादा कराने के बावजूद BCCI को ICC से तीन गुना कम बजट मिला था। BCCI ने इस सिलसिले में ICC को एक शिकायती खत भी लिखा था, इसके बाद ICC की अहम बैठक हुई, जिसमें BCCI को ही शामिल नहीं किया गया।

BCCI सचिव अजय शिर्के ने इसे बेइज्जत करने वाला कदम बताया है। उन्होंने कहा, ‘फाइनैंस, कॉमर्स और चीफ एग्जिक्युटिव कमिटियों में सभी अहम फैसले लिए जाते हैं। भारत का इन कमिटियों में प्रतिनिधित्व न होना बेइज्जत करने जैसा है। हम ICC से कहेंगे कि इसमें बदलाव करिए या फिर हम फैसला करेंगे कि हमें भारतीय क्रिकेट के हितों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या करना है। इसमें कुछ भी हो सकता है, हम चैंपियंस ट्रोफी से नाम वापस ले सकते हैं। ऐसा नहीं करके और भी कुछ किया जा सकता है। कई ऑप्शन हैं।’

ICC के रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल के ‘बिग थ्री’ फॉर्म्युला पर भी BCCI और ICC में अनबन हुई थी। इसके मुताबिक भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा रेवेन्यू मिलने वाला था। पूर्व BCCI चीफ शशांक मनोहर ने नवंबर में कहा था, ‘मैं क्रिकेट के तीन बड़े देशों द्वारा ICC को चलाया जाने को पसंद नहीं करूंगा। यह सुनने में तो अच्छा लगता है कि BCCI को ICC के रेवेन्यू का 22 फीसदी शेयर मिलेगा, लेकिन आप अमीर बोर्डों को और अमीर और गरीब बोर्डों को और गरीब नहीं बना सकते हैं। ICC का क्रिकेट पूरी दुनिया में खेला जाता है।’ इसके अलावा दो स्तरीय टेस्ट क्रिकेट टीमों को लेकर भी BCCI ने ICC का विरोध किया है और BCCI के मौजूदा चीफ अनुराग ठाकुर ने कहा है कि इससे कमजोर क्रिकेट बोर्डों को नुकसान होगा। BCCI के कड़े विरोध और उसे दूसरे बोर्डों का समर्थन मिलते देख ICC ने अपने दो स्तरीय टेस्ट क्रिकेट टीमों के प्रस्ताव को वापस ले लिया है।

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