ANALYSIS: क्या 45 सांसदों के बूते मोदी को रोक पाएगा यह जनता परिवार?

रिसर्च डेस्क. दुश्मन के दुश्मन पहले दोस्त बने, अब परिवार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वही जनता परिवार जिसकी नींव 1977 में पड़ी और जो 1988 में वी.पी. सिंह के समय तक साथ था। यह परिवार जब मजबूत हुआ तो टूट गया। इससे निकले अलग-अलग दल अब कमजोर हुए हैं, तो 25 साल बाद फिर हाथ मिलाने की कोशिशें हो रही हैं। संभव है आज विलय की घोषणा हो जाए। अगर विलय हुआ तो यह जनता परिवार का तीसरा संस्करण होगा। इन दलों का मकसद है मोदी और भाजपा को रोकना। जानिए, क्या यह परिवार मोदी के रथ को रोक पाएगा?   कैसा होगा यह नया दल सपा, राजद, जेडीयू, जेडीएस, आईएनएलडी और एसजेपी को मिलाकर नया दल बनाने की कोशिश है। विलय के बाद पार्टी का नाम होगा- समाजवादी जनता दल। इसके नेता होंगे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव। एसजेपी को छोड़कर लोकसभा में इनकी ताकत 15 सांसदों की है। राज्यसभा में इनकी संख्या 30 है। ये बात अलग है कि सपा को विलय से पहले ही टूट ही आशंका दिख रही है।   क्यों है जरूरत दिसंबर 2013 से भाजपा का हर चुनाव में अच्छा प्रदर्शन रहा। उसने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सत्ता कायम रखी। लोकसभा चुनाव जीता। फिर…

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