‘राजनीतिक हथियार के रूप में न हो इसका इस्तेमाल’, जातिगत जनगणना पर RSS का बड़ा बयान
|आरएसएस हमेशा से जाति आधारित विभाजन और भेदभाव का विरोध करता रहा है। हालांकि संगठन का मानना है कि अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए कोटा में उप-वर्गीकरण या क्रीमी लेयर जैसी व्यवस्थाओं को लागू करने से पहले सभी हितधारकों के साथ परामर्श और सहमति बनाना जरूरी है। RSS अपनी सामाजिक समरसता मुहिम के तहत हिन्दू समाज को एकजुट करने की दिशा में काम करता रहा है।